बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे के वीडियो को लेकर इंडियन पुलिस फाउंडेशन ने उन्हें खरी-खोटी सुनाई है। इंडियन पुलिस फाउंडेशन (IPF) ने गाने को ट्वीट करते हुए कहा कि एक राज्य का पुलिस महानिदेशक अगर ऐसे वीडियो बनाता है तो उसकी पसंद बेहद खराब है साथ ही वह अपने पद और वर्दी दोनों को बदनाम कर रहा है।
ज्ञातव्य हो कि पूर्व डीजीपी ने बिहार के डीजीपी पद से वीआरएस (VRS) लेने को लेकर कहा था कि मैंने वीआरएस ली है, यह मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि बीते 2 महीने से मेरा जीना मुश्किल था। रोज हजारों फोन आ रहे थे। इस्तीफा देने को लेकर सवाल पूछे जा रहे थे। मैं परेशान हो गया था।
पूर्व डीजीपी ने कहा था कि मैं बिहार की माटी का हूं। सेल्फ मेड आदमी हूँ। मेरे परिवार में कोई जज नहीं, कोई अधिकारी नहीं, जमीन पर बैठकर पढ़ा और अपने मकसद को पूरा किया।
वहीं, ‘रॉबिनहुड बिहार के’ गाने रिलीज करनेवाले दीपक ठाकुर ने बताया कि गुप्तेश्वर पांडेय जब मुज़फ़्फ़रपुर में आईजी थे तब उसी समय उनके सम्पर्क में आये थे। तत्कालीन डीएम सूर्य कुमार मिश्रा के विदाई समारोह उनके आवास पर था। उसी में गाना गाने के लिए उनसे मिलने उनके आवास पर गए।
12 वर्ष के छोटे बच्चे को अपने आवास पर देखकर वो कौतूहल से पूछे कि तुमको क्या प्रॉब्लम हुआ, तब मैंने कहा कि सर हम विदाई समारोह में गाना गाने के लिए परमिशन चाहते हैं। तो उन्होंने खुशी खुशी परमिशन दिया और उस परफॉर्मेंस के बाद से लगातार उनक स्नेह इन्हें मिलता रहा।
दीपक ने बताया था कि अब डीजीपी बनने के बाद उनके द्वारा किये जा रहे कार्यो से भी काफी प्रभावित रहे। गोपालगंज में नदी में उतरकर अनुसंधान की बात हो या सुशांत सिंह मामले की जांच को सीबीआई तक पहुंचाने में इन सब को लेकर मन में एक भाव आया कि उनके कार्यो के प्रति संवेदना अपने शब्दों में प्रकट करें।