JDU-BJP गठबंधन को बड़ा झटका, राजेंद्र LJP में शामिल, रामेश्वर की भी चर्चा
पटना: झारखंड भाजपा के पूर्व संगठन महामंत्री व बिहार भाजपा के कद्दावर नेता राजेन्द्र सिंह आज लोजपा में शामिल हो गए। बताया जाता है गठबंधन धर्म निभाने के चक्कर में भाजपा ने दिनारा व नोखा सीट जदयू को दे दी। इससे नाराज राजेन्द्र सिंह लोजपा में शामिल हो गए। वहीं, रामेश्वर चौरसिया ने फिलहाल पार्टी नेतृत्व से जवाब माँगा है कि आखिरी वक्त में मेरा टिकट क्यों कटा गया, इसका जवाब पार्टी को देना चाहिए। जवाब संतुष्टि लायक नहीं रहा तो उनके लिए लोजपा में दरवाजे खुले हैं।
लोजपा में शामिल होते ही चिराग ने राजेंद्र सिंह को सिंबल दे दिया। अब राजेन्द्र सिंह भाजपा-लोजपा गठबंधन के उम्मीदवार हैं वे अब जदयू-भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार जय कुमार सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। उनके चुनाव लड़ने से यहां मुकाबला काफी दिलचस्प होना वाला है। राजेन्द्र सिंह 2015 के चुनाव में लगभग 2700 वोटों से हार गए थे।
राजेंद्र सिंह के चुनाव लड़ने को लेकर कहा जा रहा है कि इस बार उन्होंने अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं क्योंकि जब वे भाजपा झारखंड के संगठन महामंत्री थे तो उनके ही कार्यकाल में झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी थी ऐसे में संगठन की समझ रखने वाला व्यक्ति जातीय समीकरण के आगे हार जाता है तो यह समझ से परे है। अपने अधूरे मकसद को पूरा करने के लिए राजेंद्र सिंह ने इस बार चुनावी मैदान में जाने का निर्णय लिया है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का प्रचारक जो बाद में सांसारिक जीवन को अपनाने वाले राजेंद्र के बारे में कहा जाता है कि 2015 में जब वह रोहतास जिले के दिनारा विधानसभा सीट से नामांकन कर रहे थे, तो उस समय रोहतास में झारखण्ड के कई मंत्री व विधायक तथा सांसद पहुंचे थे।