पटना: बिहार के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने कहा कि बिहार सर्वांगीण विकास की राह पर तेजी से गतिमान है। विकास को गति देने में राज्य की चमकती सड़कें और भव्य पुलों का खास योगदान है। सड़कें सिर्फ आवागमन को सहज नहीं बनाती, यात्रियों को सिर्फ उनके मंजिल तक ही नहीं पहुंचाती, बल्कि विकास को लक्ष्य तक पहुंचाने में भी मदद करती है।
यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार प्रगति के पथ पर निरंतर अग्रसर है। राज्य का तेजी से सर्वांगीण विकास हो रहा है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव का नाम लिए बगैर यादव ने कहा कि लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्हें विकास फूटी आखों नहीं सुहा रही है। हम बिना किसी भेदभाव के जात पात की सीमा से उठकर सूबे के विकास और निर्माण का कार्य करते हैं। लेकिन टिन का चश्मा पहने लोग को आखिर दिखे भी तो कैसे ? हम जनता के प्रति उत्तरदायी हैं, हर स्तर की जानकारी जनता को देते हैं मसलन योजना की स्वीकृति, निविदा की मंजूरी सारे कार्य पारदर्शी तरीके से होते हैं अब उन्हें मिर्ची लगती है तो इसमें मेरा क्या दोष।
यादव ने कहा कि कहीं से चलिये राजधानी पांच घंटे के भीतर पहुंचिए के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संकल्प को साकार करने की दिशा में विभाग सतत प्रयत्नशील है। इसी के मद्देनजर पूर्वी चंपारण जिले के चैलहा गुमटी से रामगढ़वा तथा कोटवा-बझिया होते हुए साहेबगंज पथ के बन जाने से पटना से रकसौल की दूरी 25 किमी कम हो जायेगी। हाटा पिपरा पथ से कोसी व पूर्णिया की दूरी भी कम हो जाएगी। किशनगंज-दिनाजपुर पथ बंगाल को चौड़ी सड़क से जोड़ेगा। पटना के दियारा क्षेत्र में रुस्तमपुर से वीरपुर रूपस होते हुए ग्यासपुर घाट तक सड़क विकास की नई कहानी कहेगी। पटना के मीठापुर-महुली एलिवेटेड रोड गया को बेहतर कनेक्टिविटी देगा। करौता- टेलमर- सलेमपुर पथ पटना से राजगीर की दूरी 20 किमी कम करेगा।
नंद किशोर यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आज 4733 करोड़ की लागत वाली 200 योजनाओं का शिलान्यास किया। जिन 200 योजनाओं का शिलान्यास किया गया, उनमें 3198.77 करोड़ रुपए की लागतवाले 153 पथ (लंबाई 1613.34 किलोमीटर) और 156 करोड़ रुपए की लागतवाले 40 पुलों का शिलान्यास, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के 314.99 करोड़ की लागतवाले 54.87 किलोमीटर लंबे दो पथ एवं 32.43 करोड़ रुपए की लागत वाले चार पुलों का शिलान्यास, बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड के 10.59 करोड़ रुपए की लागत से मीठापुर से रामगोविंद सिंह महुली हाल्ट तक एटग्रेड /एलिवेटेड पथ का शिलान्यास शामिल है।
उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के शिलान्यास से बिहार ‘आत्मनिर्भरता’ की राह पर रफ्तार के साथ आगे बढ़ेगा और ‘आत्मनिर्भर बिहार’ का सपना साकार होगा।