पटना: राज्य में जर्जर प्रखंड भवनों का कायाकल्प किया जा रहा है। कई जगह पर उनकी मरम्मत की जा रही है। खास बात यह है कि 77 जगह पर नए प्रखंड कार्यालय भवनों का निर्माण भी लगभग पूरा हो गया है।
इसके अलावा 68 नए सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र भवन का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। साथ ही 33 अन्य प्रखंड भवनों का निर्माण कार्य भी अंतिम चरण में है। इसके अलावा 58 स्थानों पर अन्य सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र व प्रखंड भवनों का निर्माण कार्य भी तेज हो गया है ।
सूत्रों के मुताबिक कोरोना संक्रमण के बावजूद निर्माण कार्य की गति को जारी रखा गया । उसके बाद उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों में आई बाढ़ के कारण काम को पूर्ण कराने में कुछ कठिनाई हुई। लेकिन बावजूद 77 नए प्रखंड कार्यालय सह आवासीय भवन एवं परिसर निर्माण विकास योजना का काम जारी रहा ।
भवन निर्माण विभाग इन प्रखंडों में नए भवन एवं आवासीय भवन परिसर का विकास कर रहा है। नये सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र के निर्माण में कुछ स्थानों पर जहां निविदा और प्रक्कलन की समस्या थी, उसे भी दूर कर लिया गया है। टेंडर निकाल दिए गए हैं। बाढ़ का पानी निकलने के बाद काम भी शुरू होगा।
मालूम हो कि आरआईडीएफ परियोजना के अंतर्गत सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र बनाए जा रहे हैं। इसमें 8 अरब 66 करोड रुपए नाबार्ड से लोन लिए गए हैं । शेष राशि राज्यांश से मिल रही है। इन केंद्रों में भी प्रखंड कार्यालयों का संचालन किया जाएगा ।
राज्य में कुल 101 प्रखंड सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र बनाए जाने हैं, जिसमें उत्तर बिहार में 50 प्रखंड शामिल हैं। इनके निर्माण में 410 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। माना जा रहा है कि नए भवनों का निर्माण पूरा होने के बाद प्रखंडों में कामकाज की गति काफी तेज होगी।