अगर रघुवंश बाबू का पत्र झूठा है तो लालू यादव ने किस पत्र का दिया था जवाब: अरविंद सिंह
पटना: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि राजद प्रवक्ता भाई वीरेंद्र के द्वारा रघुवंश बाबू के पत्र पर जो प्रश्न खड़े किए जा रहे हैं, वह पूरी तरह से निराधार है। अगर प्रश्न खड़ा ही करना था तो उनके जीवनकाल में ही प्रश्न खड़ा करते, क्योंकि लालू प्रसाद यादव जो उनके सुप्रीमों हैं वे होटवार जेल से उस पत्र का जवाब दिए हैं। या तो लालू प्रसाद यादव जी का पत्र झूठा था या स्वर्गीय रघुवंश बाबू का।
भाजपा नेता ने कहा कि राजद को तो स्वर्गीय रघुवंश बाबू के अंतिम क्षण में लिखे हुए पत्र को एक धरोहर इतिहास संकलन के रूप में रखना चाहिए था और उस पत्र को अपने कार्यालय में स्मृति चिन्ह के रूप में लगाना चाहिए था। राजद की स्थापना काल से अंत समय तक पार्टी के लिए समर्पित रहे हमारे एक नेता कार्यकर्ता सहयोगी जो इमानदारी से पार्टी सेवा में लगे रहे, उसका यह अंतिम धरोहर है।
लेकिन, राजद ने मानवता को शर्मसार करते हुए उस धरोहर को भी झूठा साबित करने में लगा हुआ है। इतना ही नहीं जिस समय रघुवंश बाबू का दाह संस्कार किया जा रहा था उस समय राजद के प्रवक्ता भाई वीरेंद्र बयानबाजी करने में लगे थे, जो आश्चर्यजनक है। मैं तेजस्वी यादव से मांग करता हूं कि वे और राजद के प्रवक्ता भाई वीरेंद्र दोनों माफी मांगे। साथ ही बिहार के जनता से रघुवंश बाबू की आत्मा को शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करें न कि उनके जख्मों को कुरेदने का काम करे।