‘रघुवंश बाबू अपने दल से नाउम्मीद हो चुके थे इसलिए उन्होंने विकास के लिए NDA पर भरोसा जताया’
पटना: मनरेगा के आर्किटेक्ट, गांव-गांव में पक्की सड़कों की नींव रखने वाले, समाजवादी विचारधारा के कद्दावर नेता और वैचारिक राजनीति करने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह (ब्रह्म बाबा) का बीते दिन दिल्ली स्थित एम्स में निधन हो गया। सिंह के निधन से पहले और निधन के बाद भी काफी नेता राजद को लेकर आक्रमक रवैया अपनाए हुए हैं।
रघुवंश प्रसाद सिंह को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने बड़ा बयान दिया है। जायसवाल ने कहा कि जो स्थितियां बनी थी, वह बहुत ही दुखद थी। रघुवंश प्रसाद सिंह जी जैसे नेता जिन्होंने पूरी ईमानदारी से हर विपरीत परिस्थितियों में साथ दिया। जायसवाल ने कहा कि हर तथाकथित युवा नेतृत्व ने दूध में पड़ी मक्खी की तरह उन्हीं के बनाए हुए दल से निकाल फेंका। यह किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत ही दुखद है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस समय रघुवंश प्रसाद सिंह का स्वर्गवास होना बिहार का दुर्भाग्य है और रघुवंश जी के जो सपने थे, उस सपने को पीएम मोदी व सीएम नीतीश पूरा करने का संकल्प लिए हैं।
जायसवल ने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह अपने दल से इतने नाउम्मीद हो चुके थे कि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 3 महीने पहले ही चिट्ठी लिखे थे। क्योंकि उन्हें अच्छे से मालूम था कि देश व बिहार का विकास सिर्फ एनडीए की सरकार में हो सकती है।
उन्होंने कहा कि उनके दल के नेताओं ने उन्हें इतना ठेस पहुंचाया कि वे आहत मन से 3 महीने पहले अपने विपक्षी मुख्यमंत्री को पत्र लिखा, जो कि राजनीति में ऐसा नहीं होता है। कितने आहत मन से उन्होंने लिखा होगा, यह सोचना अकल्पनीय है।