घोटाले की कमाई खाने वाले नास्तिक को मंदिर, मस्जिद बचाने की क्या जरूरत: अरविन्द सिंह
पटना: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जिनको घोटाले की कमाई खाने की आदत पड़ गई है, उनको मंदिर मस्जिद बचाने के लिए लड़ाई की क्या जरूरत है, वैसा व्यक्ति ना मंदिर का होता है ना मस्जिद का वह अवसरवादी होता है।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आप जो ऐसा सोचते हैं कि हमें तो शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सुरक्षा की लड़ाई लड़नी है। तो पहले आप अपने माताजी और पिताजी से पूछिए कि आप अपने मुख्यमंत्री काल में जब राजद की सरकार बिहार में थी, तो वे चरवाहा विद्यालय खुलवा कर कौन सी शिक्षा का उद्धार कर दिया? इन्होंने अपहरण उद्योग खुलवा करके बिहार में कौन से रोजगार को बढ़वा दिया?, अस्पतालों की दुर्दशा कराकर के कौन सा स्वास्थ्य नीति बनाया? उनके शासनकाल में बिहार में कितने अस्पताल थे और कुत्तें क्यों बेड पर बैठता था, डॉक्टर क्यों बिहार से पलायन करते थे? और अपराध की स्थिति यह थी कि थाने में रपट नहीं लिखते थे दरोगा बाबू और लोग डर से अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजते थे। महिलाएं संध्या 6:00 बजे के बाद घर से बाहर नहीं निकलती थी।
अरविन्द सिंह ने कहा कि आप अपने पिता से लिए हुए शिक्षा के किस आधार पर बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सुरक्षा देंगे। मैं पूछना चाहता हूं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से कि अपने पिताजी के शासनकाल में किए हुए किस विकास के गति को आप अपनाएंगे, बिहार में कहावत है कि ‘बढ़े पुत्र पिता के धरमे कीर्ति उपजे अपना कर्मे’ अपने पिता के किस धर्म और कर्म के साथ आप बिहार को आगे बढ़ाएंगे। यह देखा गया है कि “बांस के कोठी में, बांस ही फूटता है, रेड़ नहीं फूटता है।
भाजपा नेता ने कहा कि राजद का एक ही फार्मूला है, ‘राजद है तैयार, बढ़ता रहे लालू परिवार’ राजद इसी फार्मूले के तहत शासन भी किया और चुनावी वैतरणी पार करने में लगा हुआ है, बाढ़ में मजदूरों के साथ फोटो खिंचवा कर के कोरोना काल में जनता को उकसा कर कोरोना की आग में मजदूरों को झोंक देने का काम नेता प्रतिपक्ष ने किया, और चाहते हैं कि मैं चुनावी वैतरणी पार कर जाऊं। राजद को शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार और सुरक्षा पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है पूरे बिहार को विनाश में झोंकने का काम राजद सरकार ने किया था।
सिंह ने कहा कि आज जो भी आप बिहार में विकास देख रहे हैं, वह एनडीए सरकार की देन है, चाहे स्वास्थ्य का हो या शिक्षा का हो या सड़कें हो या वह पुल पुलिया हो या सुरक्षा हो या अपराध नियंत्रण हो या किसी भी तरह का आप रोजगार देख रहे हैं वह एनडीए सरकार की देन है।
भाजपा कहती है ‘हम हैं तैयार आत्मनिर्भर बिहार’ आप कहीं पर भी जा कर गर्व से कह सकते हैं कि मैं बिहारी हूं, यह एनडीए सरकार की देन है, आज बिहारी अपमान का नहीं सम्मान का नाम है।