बिहार भाजपा प्रदेश कार्यसमिति: चेहरा नीतीश का भरोसा कार्यकर्ताओं पर

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दिल्ली/पटना: बिहार भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने गठबंधन में टूट अथवा खटपट की खबरों पर विराम लगाते हुए कहा कि जब-जब भाजपा, जदयू और लोजपा साथ आई है, तब-तब बिहार में एनडीए की जीत हुई है। इस बार भी हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे। हमें केवल स्वयं ही जीत हासिल नहीं करनी है, बल्कि सहयोगी दलों को भी जीत हासिल करानी है। इसलिए भाजपा के कार्यकर्ता यह समझ लें कि उन्हें हर बूथ पर बढ़त बनानी है। इसके लिए सारे कार्यकर्ता एक्टिव हो जाएं।

विपक्ष को निशाने पर लेते हुए नड्डा ने कहा कि न तो उनके पास कोई विचार है और न ही कोई दृष्टि। मैं विपक्ष पर कोई कटाक्ष करूं इसकी कोई जरूरत नहीं है। लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि बिहार या अन्य स्थानों पर उसकी ताकत खत्म हो गई है। विपक्ष के पास न कोई ताकत है, न विचार है, न दृष्टि है और न ही मन में कोई संकल्प है. उन्होंने कहा, थोथी राजनीति हल्की राजनीति वे इससे ऊपर नहीं उठ सकते

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उन्होंने कहा कि बिहार के विषय में हम सब जानते हैं कि देश की राजनीति में एक विशेष स्थान बिहार ने हमेशा रखा है। चाहे वो राजनीतिक विषय हो, सामाजिक विषय हो, सांस्कृतिक पक्ष हो, हर क्षेत्र में बिहार ने नेतृत्व किया है। बिहार ने राजनीतिक और सामाजिक चेतना को बहुत ही ऊपर रखा है। चंपारण सत्याग्रह को या नव निर्माण आंदोलन को या जय प्रकाश जी को हम याद करें, तो हमें पता लगता है जब सभी ने समझौता कर लिया था, तब बिहार ने नेतृत्व दिया है।

नड्डा ने बिहार सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार का रिकवरी रेट आज 73.48 प्रतिशत है। 10 करोड़ डोर टू डोर स्क्रिनिंग बिहार में की गई है। राज्य में 35 हजार से बढ़कर आज 1 लाख टेस्ट हो रहे हैं। इसके लिए में बिहार सरकार को बधाई देता हूं। विशेषकर मंगल पांडेय को जिन्होंने आक्रमक होकर कोरोना संकट से नियने के लिए डटे रहे।

इसके अलावा बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा के लिए ‘सेवा ही संगठन’ है। हमारे संगठन का उद्देश्य ही सेवा है। हमारे कार्यकर्ता चुनौतियों से मुंह मोड़कर भागते नहीं बल्कि जनता के साथ और जनता के बीच खड़े होते हैं। जो राजनीतिक लोग बेबुनियाद आलोचना करते फिर रहे हैं, लेकिन जब जनता के बीच खड़ा होने की जरूरत थी तब वे कहाँ थे?

भूपेंद्र यादव ने राजद ओर निशाना साधते हुए कहा कि राजद शासन में बिहार का हेल्थ बजट 278 करोड़ था, जो अब लगभग 10 हजार करोड़ है। राजद शासन में बिहार में प्राइमरी हेल्थकेयर सेंटर 398 थे, जो अब लगभग 1500 हैं। वहीं राजद शासन में बिहार में महिला हेल्थ असिस्टेंट 479 थीं, जिनकी संख्या अब 20000 से ज्यादा हैं। फर्क साफ है, ‘उन्हें’ दिखता नहीं!

इसके साथ ही यादव ने लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि हम कहते हैं, बिहार बढ़े। राजद कहती है, केवल ‘अपना परिवार’ बढ़े। हम कहते हैं बिहार सुरक्षित। राजद कहती है ‘परिवार’ पल्लवित-पुष्पित।

हम कहते हैं, खत्म हो भ्रष्टाचार। राजद कहती है, भ्रष्टाचार हमारा अधिकार। हम कहते हैं ‘आत्मनिर्भर बिहार’। राजद कहती है केवल ‘अपना परिवार’।

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