पटना: अगला कांग्रेस अध्यक्ष गाँधी परिवार से बाहर होने संबंधी राहुल-प्रियंका द्वारा दिए गये बयानों को कांग्रेस की राजनीतिक नौटंकी बताते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अगले कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर राहुल गाँधी और प्रियंका वाड्रा द्वारा दिए जा रहे बयान, जनता की आँखों में धूल झोंकने की इनकी एक नयी कोशिश है।
देश की जनता अच्छे से जानती है कि गाँधी परिवार की निगाह में कांग्रेस उनकी घरेलू जागीर की तरह है। पार्टी पर गाँधी परिवार की पकड़ बनाए रखने के लिए कांग्रेस में उन्हीं लोगों को महत्वपूर्ण पद दिए जाते हैं, जो पार्टी से ज्यादा ‘फैमिली’ के वफ़ादार हों।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राहुल-प्रियंका जानते हैं कि जैसे ही वह अध्यक्ष पद की कुर्सी छोड़ने का ड्रामा करेंगे, उनके वफ़ादार इसे महान त्याग बताते हुए, ऐसा न करने के लिए अपनी छाती पीटना शुरू कर देंगे। जिसके बाद इसे कार्यकर्ताओं की मांग बताते हुए अध्यक्ष पद की कुर्सी फिर से गाँधी परिवार के पास चली जाएगी। आज की बात छोड़ें, आज से 40-50 साल बाद भी यदि राहुल शादी करते हैं तो उनके नहीं तो प्रियंका जी के बाल-बच्चे कांग्रेस अध्यक्ष पर दिखाई पड़ेंगे। राहुल-प्रियंका यह जान लें कि देश की जनता उनके झांसे में आने वाली नहीं है, इसलिए अध्यक्ष पद की नौटंकी कर, कुछ देशहित के काम करें।
राहुल-प्रियंका की इस बयानबाजी की वास्तविक वजह बताते हुए डॉ जायसवाल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद पर राहुल-प्रियंका द्वारा किये की जा रही इस राजनीतिक नौटंकी की असली वजह कुछ और ही है। दरअसल कांग्रेस पर गाँधी परिवार के कब्जे के खिलाफ इनके कार्यकर्ताओं का एक बड़ा वर्ग मुखर होने लगा है।
इन्हीं के एक पूर्व नेता के मुताबिक पिछले दिनों लगभग 100 कांग्रेस नेताओं ने पार्टी के आंतरिक मामलों से परेशानी जताते हुए पार्टी हाईकमान को पत्र लिखा था, साथ ही कांग्रेस कार्यसमिति में पारदर्शी चुनावों की भी माँग की थी।
अगर गाँधी परिवार की मंशा साफ़ रहती तो इन नेताओं की मांग सुनी जाती लेकिन इसके उलट, इस खबर को उठाने वाले नेता को ही पार्टी से निकाल दिया गया। इससे साफ़ है कि गाँधी परिवार से अलग कांग्रेस अध्यक्ष बनाने का बयान सिर्फ पार्टी को टूट से बचाने के लिए दिया जा रहा है।