मंगल पांडेय ने तेजस्वी पर साधा निशाना, कहा- पद की गरिमा के विपरीत काम कर रहे नेता प्रतिपक्ष
पटना: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि इन दिनों उन पर राजनीति का जुनून सवार है। यही कारण है कि कोरोना और बाढ़ जैसी आपदा में भी वे राजनीति करने से नहीं चूक रहे हैं। वे पद की गरिमा के विपरीत कार्य कर रहे हैं। एक संवैधानिक पद पर रहने के बावजूद नियम का न सिर्फ खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं, बल्कि दूसरों को भी ऐसा करने को प्रेरित कर विधि-व्यवस्था में खलल डाल रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के बीच घोटाले वाला रुपये बांटकर नेता प्रतिपक्ष भोली-भाली जनता को भी कलंकित करने का काम कर रहे हैं। उनके द्वारा दर्जन भर लोगों को मात्र कुछ रुपये बांट देने से पूरे बिहार के बाढ़ पीड़ितों की तकलीफ दूर नहीं होगी। नेता प्रतिपक्ष को बांटना ही है तो अपनी और पूरे परिवार की सभी बेनामी संपत्ति बाढ़ पीड़ितों के नाम कर दें, तभी बाढ़ पीड़ितों को थोड़ी बहुत राहत नसीब होगी।
पांडेय ने कहा कि आज वे बाढ़ पीड़ितों के बीच रुपये बांट रहे हैं, लेकिन राज्य की जनता को मालूम है कि उनकी माताजी के शासनकाल में उनके पिताश्री लालू प्रसाद के इशारे पर बाढ़ राहत घोटाला को अंजाम दिया गया। रुपये बांटने के साथ-साथ तेजस्वी यादव को माता-पिता की करतूत भी जनता को बताना चाहिए। ऐसा नहीं कर अब जब विधान सभा चुनाव करीब है, तो तेजस्वी यादव बाढ़ पीड़ितों के बीच चंद रुपये बांट सहानुभूति बटोरने का असफल प्रयास कर रहे हैं, लेकिन राज्य की जनता इस बार उनके मंसूबे पर पानी फेरने का काम करेगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना मामले में भी नेता प्रतिपक्ष अफवाह फैलाने में पीछे नहीं हट रहे हैं। कल तक टेस्टिंग नहीं होने की बात कर रहे थे, लेकिन आज जब अन्य राज्यों की तुलना में बिहार में प्रतिदिन कोरोना जांच की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, तो वे इसमें भी नुस्खा निकाल रहे हैं। रोज जांच का आंकड़ा एक लाख के पार कर गया है, तो वे इसे नकारने और इसमें खामियां ढूंढने में लगे हैं। लोगों को बेतुकी बात कह कर वे जांच को प्रभावित करने में जुटे हैं।
उन्हें मालूम होना चाहिए कि जांच के मामले में बिहार ने महाराष्ट्र, बंगाल और दिल्ली जैसे बड़े राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। वहीं सूबे में कोरोना से स्वस्थ होने वालों की संख्या में भी निरंतर वृद्धि हो रही है और यह आंकड़ा 70 फीसदी के करीब पहुंच गया है। सभी प्रखंड से लेकर अनुमंडल, जिला और राजधानी तक के अस्पतालों में मरीजों को पर्याप्त सुविधाएं मिल रही हैं, लेकिन सत्ता को लालायित तेजस्वी यादव को यह सब नहीं दिख रहा है और वे राज्य की जनता को हर मामले को लेकर दिग्भ्रमित कर रहे हैं।