भारत रत्न को याद करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा- अविस्मरणीय है बिहार को अटल जी की देन
कारगिल का युद्ध ही नहीं जीता, एक-एक इंच जमीन भी दुश्मनों से खाली कराया
पटना: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, भारतरत्न स्वo अटल बिहारी वाजपेयी के द्वितीय पुण्यतिथि पर प्रातः पाटलिपुत्रा पार्क में भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय में उनके द्वितीय पुण्यतिथि पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार के लिए गंगा नदी पर दीधा-सोनपुर व मुंगेर में रेल सह सडक पुल सहित कोसी नदी पर मेगा ब्रिज, बाढ़ का एनटीपीसी सुपर थर्मल पावर स्टेशन आदि वाजपेयी जी की अविस्मरणीय सौगात है। देश के स्तर पर भी किसान क्रेडिट कार्ड, ईस्ट-वेस्ट काॅरीडोर, स्वर्णिम चतुर्भुज योजना, सर्व शिक्षा अभियान आदि अटल जी की ही देन है।
सुशील मोदी ने कहा कि कारगिल के युद्ध में देश ने केवल जीत ही हासिल नहीं किया बल्कि अटल जी जैसे प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में दुश्मनों से अपनी एक-एक इंच जमीन भी खाली कराई। बस में बैठ कर लाहौर तक जाने वाले अटल जी की यह दृढता ही थी कि कारगिल की हार से परेशान पाकिस्तान ने जब अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन से मध्यस्थता की गुहार लगाई तब क्लिंटन के बुलावे के बावजूद पूरी विनम्रता के साथ अमेरिका जाने से इनकार कर दिया।
दबाव के कारण प्रधानमंत्री रहते पी. वी. नरसिम्हा राव परमाणु परीक्षण की हिम्मत नहीं जुटा पाए, मगर अमेरिकी प्रतिबंध के बावजूद अटल जी ने पोखरण में परीक्षण कर पूरी दुनिया को भारत के परमाणु शक्ति सम्पन्न होने का अहसास कराया। अटल जी सच्चे अर्थों में ‘भारत रत्न’ थे।
पहली बार कारगिल के शहीद सैनिकों के शवों को उनके घरों तक पहुंचाने की पहल कर अटल जी ने भारत मां के वीर सपूतों को सम्मान दिया। कारगिल युद्ध में पराजय का ही असर था कि 13 अक्तूबर,1999 को जब अटल जी तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे थे तो उसके एक दिन पूर्व परवेज मुशरफ ने पाकिस्तान में तख्ता पलट कर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जेल में डाल दिया।