पटना: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह का कहना है कि ढोंग और शराफत का माला पहन बगुला भगत बन बैठे हैं जंगलराज वाले घोटालों के राजकुमार। भाजपा प्रवक्ता का कहना है कि नेता प्रतिपक्ष ने मजदूरों के साथ झूठी हमदर्दी दिखा करके और राजद सरकार में बिहार से मजदूरों को बाहर के राज्यों में पलायन हुआ था, उन मजदूरों को बरगला करके कोरोना संक्रमण में धकेलने का काम किया है।
उनके पिता के शासनकाल में जिन मजदूरों को बेरोजगार कर दिया गया था, वे मजदूर यहां से पलायन कर दूसरे राज्यों में जाकर, फैक्ट्रियां में मजदूरी का काम करके अपना और परिवार का जीवन-यापन किए, वे कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में जब अपने बिहार राज्य आए तो उनको सही जानकारी देकर उनको अपने घर में भेजने का काम करना चाहिए था तो नेता प्रतिपक्ष ने उकसाने का काम किया।
अरविंद सिंह ने कहा कि ये वे लोग हैं, जिनके शासन काल में जल घोटाला, सड़क घोटाला, चारा घोटाला और घोटाले ही घोटाले इन लोगों ने किया और आज समाज में ये बगुला भगत बन बैठे हैं, ये किसानों को पानी नहीं दे सके, जनता को बिजली नहीं दे सके, रहने को आवास न दे सके, जलावन नहीं दे सके, रोजगार नहीं दे सके, चलने और यातायात के लिए सड़क नहीं बना सके और आज चले हैं जनता के रहनुमा बनने।
जहां अपराधियों पर थाने में केस दर्ज नहीं होता था, जो सरकार विद्यार्थीयों को शिक्षा नहीं दे सका, न राज्य की जनता को सुरक्षा दे सका और तो और जात पात के नाम, पर हिंदू मुसलमान के नाम पर, समाज और धर्म को बांटने के नाम पर, आपस में लड़ा कर के बिहार के जनता का दोहन करने का काम किया था राजद सरकार ने।
भाजपा नेता ने कहा कि राजद और कांग्रेस ढोंग और शराफत का माला पहन कर जनता के बीच में बगुला भगत बनकर घूम रहे हैं, इनको जनता की कठिनाइयों से कोई लेना देना नहीं है, यह सिर्फ चुनावी प्रपंच कर रहे हैं, बाढ पीड़ित को सेवा न करना है, सिर्फ थोड़ा सा खाना बांट कर फोटो खिंचवाने से मतलब है, एयर कंडीशन कमरा में बैठकर ट्वीट करके बयान देने से मतलब है, कोरोना वार्ड में खुद घूमने नहीं जाते हैं, सिर्फ गलत बयान देते हैं।
सिंह ने कहा कि बिहार की जनता को गलत डेटा बताते हैं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का राजद और कांग्रेस पार्टी का महागठबंधन है। यह महागठबंधन के जितने भी दल है, सब अवसरवादियों और शातिरों का गठजोड़ है। इनमें कहीं भी बिहार के जनता का सेवा करने का भाव नहीं है। इनमें एकता और समानता नहीं है, यह पद लोलुप नेताओं का एक समूह है, इनको सिर्फ कुर्सी और संपत्ति चाहिए।