एक्शन मोड में मंत्री प्रेम कुमार, औचक निरीक्षण में गायब मिले पशुचिकित्सक पर हुई कार्रवाई
गया: गया में बिहार सरकार के कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन विभाग के मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कोरोना वैश्विक महामारी के कारण जारी लाॅकडाउन में पशुचिकित्सालयों के खोले जाने की जाॅच के लिये आज बोधगया प्रखण्ड के खिरियावाॅ एवं मटिहानी में स्थित प्रथम वर्गीय पशुचिकित्सालयों का औचक निरीक्षण किया। खिरियावाॅ का प्रथम वर्गीय पशुचिकित्सालय खिरियावाॅ गाॅव में किराये के मकान में चल रहा है। यहाॅ पदस्थापित भ्रमणशील पशुचिकित्सक डा॰ विरेन्द्र कुमार औचक जांच में अनुपस्थित पाये गये।
ग्रामीणोें से जानकारी प्राप्त करने पर पता चला कि पशुचिकित्सक नियमित रुप से पशुचिकित्सालय में नहीं आते हैं। इस पशुचिकित्सालय में पशुचिकित्सक के अतिरिक्त कोई अन्य सहायक एवं चतुर्थवर्गीय कर्मी पदस्थापित नहीं है।
मंत्री ने औचक निरीक्षण में उनके साथ उपस्थित क्षेत्रीय निदेशक पशुपालन डा॰ तरुण कुमार उपाध्याय एवं जिला पशुपालन पदाधिकारी, गया डा॰ अनिल कुमार को निर्देश दिया कि बोधगया प्रखण्ड के खिरियावाॅ में पदस्थापित भ्रमणशील पशुचिकित्सक डा॰ बिरेन्द्र कुमार से स्पष्टीकरण पूछा जाय कि सरकार द्वारा पशुचिकित्सक के लिये निर्धारित 24×7 के सेवा देने का नियम का उल्लंघन किन परिस्थितियों में किया गया। साथ ही उनके एक दिन का वेतन रोका जाय।
मंत्री बोधगया के मटिहानी में स्थित प्रथम वर्गीय पशुचिकित्सालय का भी औचक निरीक्षण किया। जिससे वहां पदस्थापित भ्रमणशील पशुचिकित्सक डा॰ बच्चा सिंह अपने चर्तुथवर्गीय कर्मी के साथ उपस्थित पाये गये। मंत्री ने वहां उपस्थित पशुपालकों से पशुचिकित्सालय द्वारा दी जा रही चिकित्सा सेवा की जानकारी लिया। तथासभी पशुपालक पशुचिकित्सालय की सेवा से संतुष्ट पाए गए।
उन्होंने बताया कि पशुचिकित्सक नियमित रुप से पशुचिकित्सालय में रहते हैं एवं यहां से पशुओं के बिमारी की सभी प्रकार दवा आसानी से मिल जाती है। पशु चिकित्सालय में दवा का पर्याप्त भण्डार मौजूद है साथ ही पशुओं के प्राथमिक स्वास्थ्य का सभी सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। मंत्री ने सभी पशु चिकित्सकों को 24×7 के अनुसार सेवा देना के लिये पशुचिकित्सालयों में नियमित रुप से बैठने एवं चिकित्सा सेवा देने का निर्देश दिया गया है,औचक निरीक्षण में अनुपस्थित पाये जाने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी।