जदयू झूठ बोलने वालों की जमात: राजद

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पटना: राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि जदयू झूठ बोलने वालों की जमात बन कर रह गयी है। हर क्षेत्रों में सरकार की विफलता की वजह से उनके पास झूठ बोलने के अलावा दूसरा कोई विकल्प भी नहीं है।

जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह द्वारा राजद शासनकाल में स्वास्थ्य सेवा पर दिये गये बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजद नेता ने उन्हें फर्जी आंकड़ों के बजाय सरकारी आंकड़े देखने की सलाह दी है। सीमित संसाधन के बावजूद लालू-राबडी शासन-काल में स्वास्थ्य सेवा को आम जन तक पहुँचाने मे जो कामयाबी मिली थी एनडीए की सरकार उसे कायम नहीं रख सका। जबकि केन्द्र की यूपीए सरकार द्वारा बिहार को पर्याप्त  संसाधन उपलब्ध कराये गये थे ।

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एनडीए के शासनकाल में आज तक एक भी डाॅक्टर की नियुक्ति नहीं हो पायी, केवल अनुबंध पर काम चलाया जा रहा है और बड़ी संख्या में चिकित्सा सेवा का डीग्री लेकर लोग सड़क पर भटक रहे हैं। जबकि राजद शासनकाल में राज्य के सभी एमबीबीएस डीग्री धारकों को एकमुश्त नियुक्ति पत्र दी गई थी। आज स्थिति यह है कि स्वीकृत पदों पर भी चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं हो रही है ।

राजद नेता ने कहा कि केन्द्र की यूपीए सरकार द्वारा जिसमें राजद भी शामिल थी, गाँव में स्वास्थ्य सेवा को बेहतर और सर्व सुलभ बनाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) लागू किया गया। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के पहल से स्वास्थ्य सेवा की बेहतरी के लिए बिहार को 2008-09 , 2009-10, 2010-11 के वित्तीय वर्ष में 3018.8 करोड़ रुपये दिये गये। इन पैसों से नये स्वास्थ्य भवन का निर्माण, पुराने का जीर्णोद्धार और विस्तार, उपस्कर एवं उपकरण के साथ हीं दवा की खरीद एवं स्थापना आदि पर खर्च कर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य की बेहतर व्यवस्था उपलब्ध करानी थी। पर बिहार की एनडीए सरकार ने उपरोक्त मदों में मात्र 76.16 करोड़ रूपये हीं खर्च किए और बाकी पैसे अन्य मदों में उड़ा दिया गया ।

राजद नेता ने कहा कि जदयू प्रवक्ता को एनडीए शासनकाल में हुये एनआरएचएम घोटाला, प्रसव घोटाला और कोख घोटाले के बारे में भी बताना चाहिए। पन्द्रह वर्ष पूर्व की सरकार को कोसने के बजाय उन्हें डेंगू, इन्सेफ्लाईटीस और चमकी बुखार के साथ हीं अभी कोरोना महामारी में सरकार के नाकामियों पर जबाब देना चाहिए ।

राजद नेता ने कहा कि जदयू और भाजपा नेताओं को झूठ बोलने का ” क्रोनिक डिजीज ” है । ये लोग पेशेवर झूठा हैं। झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करना हीं इनकी राजनीतिक पूँजी है ।

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