देश के सेनापति के रुप में विद्या भारती के पूर्व छात्र कार्य कर रहे हैं- ख्यालीराम

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मुंगेर: मुंगेर योग के क्षेत्र में विश्व का मार्गदर्शक है। छात्रों के लक्ष्य निर्धारण में आचार्यों का मार्गदर्शन महत्वपूर्ण है। हमारे छात्र देश में सेनापति के रुप में विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहें है। आप जहाँ भी रहे देश हित में कार्य करें। आपको विद्यालय की बहुत सारी बातें याद आती होगी। पुराना स्मरण याद आने पर हम मूल से जुड़े रहते हैं। विद्यालय में की गई वंदना, भोजन मंत्र और वंदे मातरम् हमें संस्कार देने का कार्य करती है।

वैश्विक महामारी कोरोना के समय हमारे भैया-बहनों ने लोगों का भरपूर सहयोग किया। यह बातें विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से संबद्ध भारती शिक्षा समिति एवं शिशु शिक्षा प्रबंध समिति, बिहार के संयुक्त तत्वावधान में वेबिनार के माध्यम से आयोजित मुंगेर विभाग के विभागीय पूर्व छात्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए उत्तर-पूर्व क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्याली राम ने कही।

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आगे उन्होंने भैया-बहनों से कहा कि ‘पूर्व छात्र परिषद‘ विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान की एक इकाई है। उस इकाई में विद्यालय के माध्यम से पूर्व छात्रों को जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। इससे आपको विद्या भारती के कार्यों और विद्यालय की गतिविधियों की जानकारी मिलती रहेगी। इसके लिए अपना एवं अपने सहयोगी मित्रों का रजिस्ट्रेशन अवश्य करवाएं। उन्होंने कहा कि वर्ष में एक बार पूर्व छात्र, जो वर्तमान में विद्यालय के अंतिम वर्ष के छात्र हैं उनसे अवश्य मिलें और उनका मार्गदर्शन करें। आप जहाँ भी रहे अपनी माटी से जुड़े रहें।

भारती शिक्षा समिति, बिहार के प्रदेश सहसचिव प्रकाश चंद्र जायसवाल ने कहा कि मुंगेर शहर शिशु मंदिरों का शहर सा दिखता है। सभी स्थानों पर विद्यालय प्रगति पथ पर आगे बढ़ रहा है। हमारे आचार्य संस्कृति के वाहक है। ज्ञान पुस्तक से आती है, लेकिन जीवन जीने की राह लोगों के व्यक्तित्व और व्यवहार से ही आती है। जीवन में आचार्यों द्वारा सिखाया गया अनुशासन सबके लिए अनुकरणीय है। आज के वैश्विक महामारी कोरोना काल में हमारे भैया-बहन अपने-अपने क्षेत्रों में सेवा का कार्य कर रहे हैं।

भारती शिक्षा समिति, बिहार के प्रदेश सचिव गोपेश कुमार घोष ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि राष्ट्र की शक्ति हमारे भैया-बहन है। विद्या भारती के सभी विद्यालय के आचार्य एवं दीदीजी भैया-बहनों को ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे है। उन्होंने विद्यालय के दिनों की याद करते हुए कहा कि मैं भी विद्यालय का पूर्व छात्र रहा हूँ। 35 वर्षाें के बाद जब मैं विद्यालय गया तो मुझे बहुत प्रसन्नता हुई। भैया-बहनोें ने कोरोना काल में यथा संभव आर्थिक सहयोग दिया। उन्होंने सभी से विदेशी सामानों का बहिष्कार करने एवं लोकल से लिए वोकल बनने की बात कही।

विद्यालय के पूर्व छात्र एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा 2018 के अधिकारी एवं वर्तमान में फरीदाबाद में असिस्टेंट कमिश्नर कस्टम एण्ड नारकोटिक्स अभिषेक कुमार ने अपने अनुभव कथन में कहा कि सफलता की कोई समय सीमा नहीं होती। अन्य विद्यालय किताबी ज्ञान और सिलेबस को पूरा करते हैं। लेकिन विद्या भारती के विद्यालय ने जो हमें ज्ञान, अनुशासन, जीवन मूल्य और संस्कार दिया है वह दुनिया में कोई विद्यालय नहीं दे सकता।

यही शिक्षा आज हमें कार्यक्षेत्र में भी सफल होने में मदद कर रहा है। नाम, नमक और निशान हमें सर्विस में हमेशा काम आया। मैं मुंगेर शहर का रहने वाला हूॅं, यहाॅं का नमक खाया हूॅं इसलिए अगर मुझे इस शहर के लिए, अपने विद्यालय परिवार के लिए अगर कुछ करने का मौका मिलता है तो यह मेरे लिए गर्व का विषय होगा। हम गर्व से कहें कि हम विद्या भारती विद्यालय के छात्र हैं। विद्यालय की पूर्व छात्रा डाॅ0 निष्ठा सुपात्रा, कोलकाता ने अपने अनुभव कथन में कहा कि सरस्वती विद्या मंदिर हम सबको एक सूत्र में बाँधे रहा। विद्यालय से प्राप्त संस्कार हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि जीवन में लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम आवश्यक है।

आई0टी0सी0 डेयरी मिल्क के प्रबंधक अतुल आनंद ने कहा कि विद्यालय द्वारा दी गई सीख आज भी हमें काम आ रहा है। अतिथि परिचय प्रधानाचार्य सह संकुल प्रमुख नीरज कुमार कौशिक द्वारा किया गया वहीं कार्यक्रम का संचालन बालिका परिसर की प्रधानाचार्या कीर्ति रश्मि द्वारा किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ माध्यमिक सरस्वती विद्या मंदिर, मुंगेर के सभागार में प्रधानाचार्य सह संकुल प्रमुख नीरज कुमार कौशिक ने दीप प्रज्वलित कर किया। एकल गीत विद्यालय की पूर्व छात्रा एवं राजस्थान सरकार में उपसमाहर्ता बहन खुशबू ने ‘जय मातृभूमि जीवन भर निशि दिन तेरा ही गुण गाएँ, फिर भी तेरा पार नही हम पाएं’ गाकर सबको भाव विभोर कर दिया।

इस अवसर पर वरिष्ठ माध्यमिक सरस्वती विद्या मंदिर की पूर्व प्रभारी प्रधानाचार्या अनुराधा गुप्ता, कार्यक्रम समन्वयक सह उपप्रधानाचार्य उज्ज्वल किशोर सिन्हा, शिशु मंदिर के प्रभारी प्रधानाचार्य अविनाश कुमार, उमाकांत पाठक आचार्य तरुण कुमार, पाणिनी मिश्रा, चन्द्रप्रकाश झा, विजय कुमार, शीला मेहता ने भैया-बहनों से जुड़कर संदेश दिया। पूर्व छात्र परिषद के प्रमुख रंजन कुमार, नरेश कुमार पाहुजा, शशिबाला सिन्हा,, काशीनाथ मिश्र, संगीता सहाय, लया सिन्हा, नवनीत चन्द्र मोहन, अमृता चैधरी, सुवर्णा घोष, नीतेश कुमार, प्रांतीय सोशल मीडिया प्रमुख संतोष कुमार सहित विद्यालय के 346 पूर्व छात्र वेबिनार से जुड़कर आचार्याें के प्रति आभार व्यक्त किया।

संतोष कुमार

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