दिल्ली/पटना: कोरोना संकट के बीच पूरा विश्व में आज छठवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इस वर्ष योग दिवस के दिन समूचे विश्व के समक्ष कोरोना का भय है। इसी कारणवश इस साल की योग दिवस की थीम ‘योगा फॉर हेल्थ, योगा फ्रॉम होम’ रखी गई है।
छठे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर देश को शुभकामनाएं देते हुए देश के नाम संबोधन में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का ये दिन एकजुटता का दिन है। ये विश्व बंधुत्व के संदेश का दिन है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि योग दिवस विश्व बंधुत्व के संदेश का दिन है। जो हमें जोड़े, साथ लाये, वही तो योग है। जो दूरियों को खत्म करे, वही तो योग है। उन्होंने कहा कि सही खान-पान, सही ढंग से खेल-कूद, सोने-जागने की सही आदतें, और अपने काम, अपनी कर्तव्यों को सही ढंग से करना ही योग है।
पीएम मोदी ने कहा कि बच्चे, बड़े, युवा, परिवार के बुजुर्ग, सभी जब एक साथ योग के माध्यम से जुडते हैं, तो पूरे घर में एक ऊर्जा का संचार होता है। इसलिए, इस बार का योग दिवस, भावनात्मक योग का भी दिन है, हमारी फ़ैमिली बॉन्डिंग (Family Bonding) को भी बढ़ाने का दिन है।
कोविड 19 के संदर्भ में योग की महत्वता को बताते हुए पीएम ने कहा कि कोरोना वायरस खासतौर पर हमारे श्वसन तंत्र, यानि कि respiratory system पर अटैक (attack) करता है। हमारे श्वसन तंत्र (Respiratory system) को मजबूत करने में जिससे सबसे ज्यादा मदद मिलती है वो है प्राणायाम।
योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि योग तन और मन, कार्य और विचार तथा मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य स्थापित करने का एक माध्यम है।
सम्पूर्ण मानवता को भारतीय संस्कृति के इस अनमोल उपहार को मोदी जी ने अपने प्रयासों से वैश्विक स्वीकृति प्रदान करवायी जिससे आज पूरे विश्व ने योग को अपनाया है।