बिहार की जनता झूठ के वादों में फंसने वाली नहीं- मंगल पांडेय

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पटना: बिहार जनसंवाद के दौरान मधुवन विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कोरोना संकट से निपटने के लिए केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की डबल इंजन सरकार ने जमकर मेहनत की है।

44 हजार आइसोलेशन बेड बनकर तैयार

पांडेय ने कहा कि प्रदेश में पहले कोरोना के 60 प्रतिशत मरीज ठीक हो रहे थे। लेकिन, अब यह आंकड़ा बढ़कर 78 प्रतिशत पहुँच गया है। बिहार में मरीज 10 से 11 दिन में स्वस्थ हो जाता है। ये सब ऐसे ही संभव नहीं हुआ है इसके पीछे सरकार की मेहनत है। सरकार में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर किया है। उन्होंने कहा कि 44 हजार आइसोलेशन बेड बनकर तैयार है। कहीं से किसी प्रकार की किसी के अस्वस्थ होने की खबर मिलती है तो मेडिकल टीम पहुँच जाती है और जरुरत के अनुसार काम करती है।

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कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए मंगल पांडेय ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष कहते हैं कि राज्य में सिर्फ 3 से 4 हजार ही जांच हो पाती है लेकिन, आप खबर के माध्यम से देखते हैं कि बिहार में 7 से 8 हजार जांच प्रतिदिन हो रही है।

देश के खजाने पर पहला अधिकार गरीबों का

उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौरान एनडीए सरकार ने जरूरतमंदों के लिए खजाना खोल दिया है। केंद्र सरकार के तरफ से 11 हजार 744 करोड़ तो बिहार सरकार के तरफ से 8500 करोड़ रूपये बिहार की जनता के ऊपर खर्च किया गया। जो यह साबित करता करता है कि देश के खजाने पर पहला अधिकार गरीबों का है।

पांडेय ने कहा कि नवंबर 2020 तक 80 करोड़ से अधिक गरीबों को प्रति माह 5 किलो गेहूं/चावल और 1 किलो चना नि:शुल्क दिया जाएगा। गरीबों के हित में यह ऐतिहासिक निर्णय लिया गया। इसके तहत बिहार के 8. 5 करोड़ समेत देश के 80 करोड़ लोगों को अनाज उपलब्ध करवाया जाएगा।

जल्द ही बनेगा भव्य राम मंदिर

अनुच्छेद 370 का जिक्र करते हुए मंगल पांडेय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी वैचारिक रूप से जो वादा करती है उसे पूरा करती है, इसका नतीजा है कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म करना। इसके कारण अब बिहार और कश्मीर में एक कानून काम करता है। नरेंद्र मोदी के सरकार में कुछ महीनें के अंदर ही अयोध्या में राम मंदिर बनाने का काम भी पूरा किया जाएगा।

तेजस्वी क्यों नहीं बताते कि 58 सम्पतियों के मालिक कैसे हुए

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजश्वी यादव की जरूरत थी तो बिहार से बाहर जाकर आराम फरमा रहें थे। वे यह क्यों नहीं बता पाते हैं कि सिर्फ 25 साल की आयु में ही 58 सम्पतियों के मालिक कहाँ से हुए। वे सिर्फ दूसरे से सवाल करतें है, जब उनसे सवाल किया जाता है तो जबाब क्यों नहीं देते हैं? इसलिए बिहार की जनता अब झूठ के वादों में फंसने वाली नहीं है, 2019 की तरह ही एकबार फिर से बिहार में एनडीए की प्रचंड बहुमत की सरकार बनने वाली है।

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