ऑनलाइन डिजिटल के जरिए पूरी करें पढ़ाई
पटना: बिहार विभूति अनुग्रह नारायाण सिंह की 133 वीं जयंती और ए एन काॅलेज पटना के 63 वें स्थापना दिवस पर आयोजित वेबिनार को सम्बोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने दो दिन पूर्व लद्दाख के गलवान घाटी में घटित घटना और महीनों से जारी कोरोना संकट के संदर्भ में कहा कि रोजमर्रे के जीवन में विदेशी की तुलना में स्थानीय उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने की जरूरत है। लाॅकडाउन के समय से स्कूल, काॅलेज बंद हैं, ऐसे में विद्यार्थी ऑनलाइन डिजिटल माध्यम से अपनी पढ़ाई पूरी करें।
सुशील मोदी ने कहा कि अंग्रेजों की दासता से मुक्ति की लड़ाई के दौरान महात्मा गांधी ने चरखा और खादी को प्रोत्साहित कर ब्रिटिश सरकार की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी थी। आज के संदर्भ में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोकल के लिए वोकल होने के आह्वान का सीध भावार्थ है कि दुश्मन देशों के उत्पाद की जगह स्थानीय सामानों का उपयोग कर अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाएं।
छात्रों की बाधित शिक्षा को सुचारू करने के लिए दूरदर्शन पर प्रति दिन कक्षा एक से 12 के लिए अलग-अलग समय में 5 घंटे तक ऑनलाइन क्लासेज एवं ‘उन्नयन बिहार ’ के नाम से राज्य के 5700 उच्च विद्यालयों में स्मार्ट क्लासेज प्रारंभ की गई है जहां छोटी-छोटी वीडियो फिल्मों के जरिए शिक्षण कार्य किए जा रहे हैं। पाठ्यपुस्तकों को वेबसाइट व विद्यावाहिनी एप पर डाल दिया गया है ताकि विद्यार्थी वहां से सामग्री लेकर पढ़ सकें।
भारत सरकार ‘वन नेशन, वन डिजिटल प्लेटफाॅर्म’ और ‘वन क्लास, वन चैनल’ के तहत कक्षा एक से 12 तक के लिए अलग-अलग समर्पित टी वी चैनल प्रारंभ करने जा रही है। सभी कक्षाओं के लिए ई-कंटेंट और क्यू आर कोडेड पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराई गई है। बड़े पैमाने पर सामुदायिक रेडियो के जरिए भी पढ़ाई कराई जाएगी।
अन्त में उन्होंने कहा कि हिमालय की वादियों में देश के लिए शहीद हुए जवानों की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी। देश को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व पर पूरा विश्वास है। देश सही समय पर इस घटना का माकूल जवाब देगा।