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ए एन कॉलेज में शिक्षकों के लिये फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू

पटना: ए एन कॉलेज आइक्यूएसी के तत्वाधान में दस दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का उद्घाटन आज रविवार को ऑनलाइन किया गया। ए एन कॉलेज आइक्यूएसी तथा रिमोट लर्निंग थ्रू स्पोकन ट्यूटोरियल आईआईटी बॉम्बे द्वारा आयोजित यह एफडीपी 08 जून से शुरू होकर 17 जून तक संचालित किया जाएगा। इस फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में प्रतिभागियों को आर प्रोग्रामिंग के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा।

समारोह का उद्घाटन करते हुए महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रोफेसर एसपी शाही ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि महाविद्यालय निरंतर विभिन्न संकायों के शिक्षकों के लिये फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। महाविद्यालय ने इस कठिन समय में शिक्षकों के लिए इन कार्यक्रमों के माध्यम से ज्ञान वृद्धि के लिये कई अवसर मुहैया करवाया है। प्रधानाचार्य ने इसके लिए कॉलेज की आइक्यूएसी की टीम तथा सभी शिक्षकों को धन्यवाद दिया।

उद्घाटन सत्र की मुख्य वक्ता आईआईटी बॉम्बे स्पोकन ट्यूटोरियल कि बिहार कोऑर्डिनेटर जाहिरा शेख ने स्पोकन ट्यूटोरियल के बारे में सभी प्रतिभागियों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों में इस कार्यक्रम के द्वारा लगभग 57 लाख छात्रों को दूर शिक्षा प्रणाली के माध्यम से प्रशिक्षित क्या गया है। स्पोकन ट्यूटोरियल सूचना प्रौद्योगिकी, सॉफ्टवेयर और ईट्यूटर के कोर्सेज संचालित करवाता है। इस माध्यम का प्रयोग कर शिक्षक एवं छात्र विभिन्न प्रकार के कोर्स ऑनलाइन माध्यम से कर सकते हैं।

स्पोकन ट्यूटोरियल बेसिक आईटी स्किल, ग्राफिक तथा एनिमेशन, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, वेब डेवलपमेंट, डेटाबेस मैनेजमेंट इत्यादि के कोर्स संचालित करता है। जाहिरा शेख ने सभी प्रतिभागियों से अपने अपने महाविद्यालय को स्पोकन ट्यूटोरियल से जोड़ने हेतु प्रेरित किया।

महाविद्यालय के आइक्यूएसी समन्वयक डॉ अरुण कुमार ने प्रतिभागियों को आर प्रोग्रामिंग के बारे में बताते हुए कहा कि यह वेक्टर्स पर आधारित प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। सांख्यिकी गणना हेतु यह सॉफ्टवेयर सर्वोत्तम है। इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में मशीन लर्निंग, अल्गोरिथम, लिनियर रिग्रेशन, टाइम सीरीज आदि की गणना की जा सकती है।

वर्तमान में डाटा विश्लेषकों शोधकर्ताओं द्वारा प्रयोग की जाने वाली सबसे लोकप्रिय भाषाओं में से एक है। अपने आसान उपयोग इंटरफ़ेस के कारण हाल के वर्षों में इसके लोकप्रियता में काफी वृद्धि हुई है। साथ ही यह बिल्कुल मुफ्त है जो किसी क्रॉस प्लेटफार्म यथा विंडोज , लिनक्स, मैक इत्यादि पर स्थापित किया जा सकता है। टीओबे इंडेक्स लिस्ट में इस प्रोग्रामिंग को 20 सबसे महत्वपूर्ण प्रोग्रामिंग में रखा गया है।

इस कार्यक्रम का संचालन आइक्यूएसी की ज्वाइंट कोऑर्डिनेटर डॉ रत्ना अमृत ने किया। प्रोफेसर प्रीति सिन्हा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम की समन्वयक प्रोo तृप्ति गंगवार , कोऑर्डिनेटर डॉक्टर सीमा शर्मा , नूपुर बोस समेत महाविद्यालय के कई शिक्षक तथा विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिभागी इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।