पटना: प्रवासी मजदूरों को लेकर इन दिनों बिहार में राजनीति काफी तेज है। राजद की तरफ से खुद तेजस्वी मोर्चा संभाले हुए हैं तो दूसरी तरफ नीतीश कुमार का इकबाल बुलंद रहे इसलिए पार्टी के कद्दावर नेता व सांसद ललन सिंह मोर्चा संभाले हुए हैं। वहीं प्रवासी मजदूरों की राजनीति से फिलहाल भाजपा अलग है और वर्चुअल रैली पर केंद्रित है। लेकिन, राजद प्रवासी मजदूरों को लेकर नीतीश को घेरने में कोई कमी नहीं रखना चाहती, इसलिए राजद द्वारा जारी प्रवासी मजदूरों से जुड़े सवालों का पोस्टर चिपकाने खुद निकल पड़े।
दरअसल, बीते दिन प्रवासी मजदूरों को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय का एक गोपनीय पत्र बाहर आ गया था, जिसमें लिखा था कि विगत दो माह में बिहार राज्य में भारी संख्या में स्थानीय नागरिकों का आगमन हुआ है, जो अन्य राज्यों में श्रमिक के रूप में कार्यरत थे। गंभीर आर्थिक चुनौतियों के कारण वे सभी परेशान एवं तनाव ग्रस्त हैं। सरकार की अथक कोशिशों के बावजूद राज्य के अंदर सभी को वांछित रोजगार मिलने की संभावना कम है।
अपराध में हो सकती है वृद्धि
इस कारण स्वयं एवं अपने परिवार का भरण- पोषण करने के उद्देश्य से अनैतिक एवं विधि विरुद्ध गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। इससे अपराध में वृद्धि हो सकती है तथा विधि व्यवस्था की स्थिति पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। यह समस्या सीमित क्षेत्र में अथवा व्यापक पैमाने पर उत्पन्न हो सकती है। लिहाजा इस मामले में सतर्कता बरतने की जरूरत है। स्थानीय परिदृश्य को देखते हुए कार्य योजना तैयार कर ली जाए ताकि आवश्यकतानुसार कार्रवाई की जा सके।
विपक्ष का पलटवार, प्रशासन का जवाब
हालांकि पत्र बाहर आने के बाद पुलिस मुख्यालय के द्वारा कहा गया कि प्रवासी मजदूरों के बारे में बिहार पुलिस ऐसा नहीं सोचती है, यह घटना भूलवश हुई है। लेकिन, तब तक काफी देर हो चुकी थी, क्योंकि विपक्ष को एक बहुत बड़ा मुद्दा मिल चुका था। इसको लेकर तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर जमकर भड़ास निकलते हुए प्रेस वार्ता के दौरान पत्र को फाड़कर सरकार के प्रति जमकर नाराजगी जाहिर की। मामला बढ़ता देख बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि इस पत्र से सरकार का कोई लेना-देना नहीं है, यह प्रशासन का काम है।
राजद हुई आक्रमक, दागे कई सवाल
प्रवासी मजदूरों को बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाने के लिए तेजस्वी यादव राजद द्वारा जारी प्रवासी मजदूरों से जुड़े सवालों का पोस्टर प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की उपस्थिति में पार्टी कार्यालय के बाहर खुद लगाया। राजद के द्वारा जो पोस्टर जारी किया गया है उसमें बिहार पुलिस के द्वारा जारी पत्र को भी विशेष स्थान दिया है। राजद ने पोस्टर में नीतीश से सवाल करते हुए पूछा है कि :-
उन्हें बिहारी श्रमिक गुंडे क्यों दिखें?
उन्हें बिहारी श्रमवीर अपराधी क्यों लगे?
उन्होंने मजदूर भाईयों को लुटेरा क्यों कहा?
श्रमिकों को रोजगार से इनकार क्यों किया?
बेरोजगारों का अपमान क्यों किया?
नीतीश सरकार शर्म करो।
श्रमिकों को सम्मान नहीं दे सकते तो अपमान क्यों