नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन ने राजधानी दिल्ली में कल हिंसक रूप अख्तियार कर लिया। प्रदर्शनकारियों ने कल दक्षिण दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में जमकर प्रदर्शन किए। प्रदर्शनकारियों ने 5 बसों और कुछ मोटर साइकलों में आग लगा दी, जिसे बुझाने के लिए तत्काल 4 दमकल वाहनों को भेजा गया, इस दौरान 2 दमकलकर्मी जख्मी भी हुए। इस हिंसक प्रदर्शन में जामिया के छात्रों के नाम सामने आ रहे हैं। लेकिन, जामिया के कुलपति ने हिंसक प्रदर्शन में छात्रों की संलिप्ता से इनकार किया है।
जामिया की वीसी नजमा अख्तर ने कहा कि यूनिवर्सिटी का बहुत नुकसान हुआ है। हमारा कॉन्फिडेंस, इमोशनल नुकसान हुआ है। इसकी भरपाई कौन करेगा। जो प्रदर्शन जामिया में नहीं हुआ है, उसे भी जामिया यूनिवर्सिटी के नाम से फैलाया जा रहा है। इससे हमारी यूनिवर्सिटी की इमेज खराब हो रही है। जामिया की वीसी नजमा अख्तर ने इस पूरे मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
मालूम हो कि इस बीच दिल्ली के 9 मेट्रो स्टेशनों पर एंट्री और एग्जिट बंद कर दी गई है। पूरे इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है। प्रभावित क्षेत्र के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल आज बंद रहेंगे। दक्षिण पूर्वी दिल्ली के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने बताया कि पत्थरबाज़ी में 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।