हिंदपीढ़ी में खास धर्म के पुलिसवालों की नियुक्ति खतरनाक, मरांडी का सोरेन पर हमला
रांची : झारखंड के पहले मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने रांची के हिंदपीढ़ी इलाके में एक धर्म विशेष के पुलिस पदाधिकारियों की चुन—चुन कर की गई नियुक्ति को लेकर हेमंत सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन को पत्र भेजकर रांची के हिंदपीढ़ी इलाके में धर्म विशेष के पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती पर चिंता जताई है। साथ ही इसे भविष्य के लिए खतरनाक बताया है।
इस तरह की तैनाती गलत परंपरा की शुरुआत
भी मरांडी ने इसे एक गलत परंपरा की शुरुआत बताते हुए सीएम से आग्रह किया कि वे इसे गंभीरता से लेकर उचित कदम उठायें। अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि हिंदपीढ़ी क्षेत्र में स्क्रीनिंग और विधि-व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए एक धर्म विशेष के पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की खबरें आ रही हैं। सरकार ऐसा क्यों सोचती है कि धर्म विशेष के पदाधिकारियों को ही तैनात कर स्थिति को काबू में रख सकती है। सरकार को इस कदम के दूरगामी परिणाम की चिंता नहीं है।
सीएम सोरेन को लिखा खत
किसी भी विधि-व्यवस्था में धार्मिक आधार पर विभाजन समाज में ऐसी विकृति को जन्म देगा, जिसका असर लंबे समय तक रहेगा। बहुसंख्यक इलाके में अगर कुछ हुआ, तो वहां भी ऐसी ही मांग उठेगी। धार्मिक आधार पर विभाजन सही नहीं है। सरकार ने ऐसा अगर किया है, तो इस पर पुनर्विचार करने की जरूरत है। किसी भी सरकार को वोट की राजनीति से परे सामाजिक संतुलन को ध्यान में रखकर सर्व-धर्म, समभाव नीति के मूलमंत्र पर ही चलना चाहिए।