स्वास्थ्य मंत्री लगाना चाहते थे कोरोना का पहला टीका, नहीं मिली मंजूरी
देशभर में 16 जनवरी से कोरोना का टीका लगना शुरू हो चुका है। इस टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए बिहार में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क और सजग है। टीकाकरण अभियान की शुरुआत एम्स के सफाई कर्मी राम बाबू को लगाकर किया गया। वहीं दूसरा टीका एंबुलेंस चालक अमित कुमार को लगाया गया।
वहीं पहला टीका लगने के बाद सफाईकर्मी रामबाबू ने कहा कि मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे पहला वैक्सीन लगा है। बहुत अच्छा फील हो रहा है। उन्होनें वैक्सीन के लेकर फैलाए जा रहे भ्रम एवं डर को लेकर कहा कि इससे डरने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि डर के आगे ही जीत होती है। साथ ही उन्होंने अपील करते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन हर किसी व्यक्ति को लगवाना ही चाहिए, क्योंकि हमें कोरोना को हराना है।
जानकारी हो कि बिहार में टीकाकरण अभियान की शुरुआत सुबह 10.45 बजे आईजीआईएमएस से किया। टीकाकरण के पहले चरण में पंजीकृत 462275 स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। राज्य में टीकाकरण को लेकर 300 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं।
वहीं पड़ोसी राज्य झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता कोरोना का पहला टीका लेना चाहते थे। लेकिन उनको स्वास्थ्य कर्मी मानने से इंकार कर दिया गया। साथ ही टीका लगाने की मंजूरी नहीं दी गई। जिसके कारण वह टीका नहीं ले पाए हैं।
उन्होनें केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग को मेल कर लिखा कि स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य कर्मी होते हैं इसलिए उन्हें पहला टीका लगना चाहिए। लेकिन उन्हें अनुमति नहीं मिली।