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हार का हैंगओवर खत्म, राजद में जान फूंकेंगी मीसा

पटना : लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद हैंगओवर खत्म होते ही महागठबंधन अब अपनी ईकाईयों को भंग करने लगा है। दिल्ली से लौटने के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी अपने विश्वस्तों से मशविरा कर पार्टी में अवश्यक फेरबदल करने का मूड बना लिया है।
हालांकि राजद में फेरबदल करने के पूर्व उन्हें इसके दिग्गजों से निबटना पड़ेगा जो पार्टी की वर्षों से सेवा करते रहे हैं। मसलन, पूर्व केन्द्रीय मंत्री रधुवंश प्रसाद सिंह, जगदानन्द सिंह, शिवानन्द तिवारी तथा अन्य। सूत्रों ने बताया कि पार्टी संगठन में जिस उत्साह से दूसरी पार्टियों ने नये लोगों को जोड़ने की कवायद शुरू कर दी है, वैसा उत्साह तेजस्वी में नहीं दिखता। सूत्रों ने बताया कि इस संबंध में शीघ्र ही सांसद मीसा भारती का हस्तक्षेप हो सकता है, क्योंकि विधानसभा चुनाव की बिसात अब बिछने लगी है।

पार्टी पद से हटाये जा सकते हैं कांग्रेस के अखिलेश सिंह

जानकारी के अनुसार हार की जिम्मेवारी लेते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदनमोहन झा भी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने राहुल गांधी के पास दिल्ली पहुंच गये थे। राहुल ने उन्हें समझाते हुए आगामी विधानसभा चुनाव पर फोकस करने की सलाह दी है।
हालांकि, पार्टी संगठन में तब्दीली तय मानी जा रही है। निकट भविष्य में तब्दीलियां हो सकती हैं। संभव है कि चुनाव अभियान समिति के चेयरमैन अखिलेश कुमार सिंह पर गाज गिरे क्योंकि उन्होंने पार्टी आलाकमान को बिना विश्वास में लिए अपने पुत्र आकाश सिंह को रालोसपा से गुपचुप समझौता कर मोतिहारी से लोकसभा चुनाव लड़वा दिया था। इस बात की जानकारी मिलते ही राहुल गांधी खासे नाराज हुए थे।
इस संबंध में पूछने पर मदनमोहन झा ने बताया कि हार के बाद उन्होंने राहुल गांधी से चुनाव बाद मुलाकात की थी। आगे के संबंध में बताने से उन्होंने इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में ही पार्टी संगठन में तब्दीली होगी।

पप्पू यादव भी करेंगे पार्टी में विस्तार

उधर, उपेन्द्र कुशवाहा ने रालोसपा में भारी फेरबदल का संकेत देते हुए 11 जून को संगठन की बैठक बुलायी है। बैठक 2 जून को ही होनी थी। टल गयी।
कुशवाहा हार के बाद अपने क्षेत्र काराकाट तथा उजियारपुर भी गये। दोनों जगहों पर समीक्षा के दौरान उन्हें पता चला कि उनकी पार्टी के लोगों ने ही भजपा को वोट दिया अथवा दिलवाया।
पप्पू यादव ने जाप की सभी इकाईयों को भंग करते हुए नई इकाई के गठन की घोषणा की है। उन्होंने अपनी समीक्षा बैठक में युवकों की भगीदारी पर बल देते हुए कहा कि उन क्षेत्रों को मजबूत बनाना है, जहां जाप अधिक ताकतवर है।