राज्यपाल ने किया बिहार विज्ञान सम्मेलन का ऑनलाइन उद्घाटन

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पटना : बिहार के राज्यपाल सह-कुलाधिपति फागू चौहान ने आज राजभवन में आयोजित आठवें बिहार विज्ञान सम्मेलन’ के शुभारंभ समारोह’ का ऑनलाइन उद्घाटन किया।

इस अवसर पर राजभवन में पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चौधरी, राज्यपाल के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद, पटना विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. अजय कुमार सिंह, कार्यक्रम संयोजक प्रो. वीरेन्द्र प्रसाद, बी-बेंस डेवलपमेंट सोसाइटी के चेयरमैन विभूति विक्रमादित्य एवं राजभवन के अन्य वरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।

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उद्घाटन कार्यक्रम में विश्वप्रसिद्ध भौतिक वैज्ञानिक पद्मविभूषण डॉ. अनिल काकोदकर, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की प्रतिकुलपति प्रो. डॉली सिन्हा, प्रभात रंजन एवं पटना विश्वविद्यालय के कुलसचिव कर्नल मनोज मिश्रा आदि भी ऑनलाइन जुड़े हुए थे।

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में अपने संबोधन के दौरान राज्यपाल चौहान ने कहा कि आधुनिक विश्व को नई पहचान निश्चय ही विज्ञान ने ही दी है। उन्होंने कहा कि हमें विज्ञान के आधारभूत पक्षों और व्यापक मानवीय संदर्भो पर भी चिन्तन करना चाहिए और उनके प्रति अपनी रूचि जगानी चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि इस सम्मेलन में यह विचार होना चाहिए कि कैसे हम अपनी रूचि का परिष्कार करते हुए वैज्ञानिक चिन्तन और शोध का विश्व मानवता के लिए उपयोगी और कल्याणकारी बना सकते हैं।

सम्मेलन का मुख्य विषय- “आधारभूत विज्ञान के प्रति रूचि का पुनसृजन

इसके आगे राज्यपाल ने कहा कि सम्मेलन का मुख्य विषय- “आधारभूत विज्ञान के प्रति रूचि का पुनसृजन”- अत्यन्त सामयिक है। इस महत्वपूर्ण विषय पर समय रहते सचेत और सतर्क होना और अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर वैज्ञानिकों का इस विमर्श में शामिल होना एक बहुत ही शुभ संकेत है। राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि यह सम्मेलन निश्चय ही विज्ञान के क्षेत्र में भरपूर अभिरूचि रखनेवाली प्रतिभासम्पन्न युवा पीढ़ी को एक नई ऊर्जा और प्रखर सोच प्रदान करेगा, जिससे वैज्ञानिक चिन्तन, शोध और आविष्कारों को नयी स्वस्थ दिशा और दृष्टि मिलेगी।

वहीं इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पटना विश्वविद्यालय के कुलपति गिरीश कुमार चौधरी ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय विज्ञान – शिक्षा के सुदृढ़ीकरण के लिए आधारभूत संरचना विकास पर पूरा ध्यान दे रहा है। उन्होनें बिहार विज्ञान सम्मेलन में पूर्व में शिरकत करनेवाले सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक विभूतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि वैज्ञानिक एवं आधुनिक चिंतन को पटना विश्वविद्यालय में बराबर तरजीह दी है।

मुख्य वक्ता के रूप में प्रख्यात भौतिक विज्ञानी डॉ॰ अनिल काकोदकर ने वैज्ञानिक उपलब्धियों एवं व्यापक आयामों का उल्लेख किया। उन्होनें “Getting Ready for Knowledge Era” विषय पर अपना सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम में बी-ब्रेन्स डेवलपमेंट सोसाइटी के चेयरमैन श्री विभूति विक्रमादित्य आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस तीन-दिवसीय ऑनलाइन-आयोजन के उद्घाटन सत्र में स्वागत-भाषण ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा की प्रतिकुलपति प्रो. डॉली सिन्हा ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन पटना विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. अजय कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. पुष्पांजलि खरे ने किया।

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