घुसपैठियों को राज्य से बाहर कर अल्पसंख्यकों को जातीय जनगणना में शामिल करे सरकार
कटिहार : कटिहार में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में भाजपा के कई दिग्गज नेता पहुंचे हैं। अभी भी इस बैठक में शामिल होने को लेकर लगातार भाजपा के बड़े-बड़े नेता कटिहार आ रहे हैं।इस बैठक में केंद्रीय मंत्री, राज्य सरकार के मंत्री, बिहार के उप मुख्यमंत्री समेत कई दिग्गज नेता मौजूद हैं। इसी बीच भाजपा के फायर ब्रांड नेता ने जातीय जनगणना को लेकर बड़ा बयान दिया है।
अल्पसंख्यकों की भी जातीय जनगणना करवाई जाए
भाजपा नेता और मोदी कैबिनेट में मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि अल्पसंख्यकों की भी जातीय जनगणना करवाई जाए। उन्होंने कहा कि आज बिहार सरकार से जो जातीय जनगणना की बात की जा रही है, मैं उसके साथ खड़ा हूं, लेकिन इसमें मुसलमानो को भी जात की श्रेणी में रखना चाहिए। क्योंकि ये लोग भी सरकारी सुविधाओं का फायदा लेते हैं। इसके अलावा मंत्री ने कहा कि सबसे पहले यह जरूरी है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को बिहार से निकाला जाए।
गिरिराज सिंह ने कहा कि इससे पहले जब जातीय जनगणना हुई तो 1991 में राजेंद्र यादव ने यह पटीशन दिया था कि 11 जिलों में विदेशी लोग घुसपैठ तरीके से भारत में रह रहे हैं जिसके बाद उनके नाम को मतदाता सूची से हटा दिया गया था,अब वापस से जातीय जनगणना हो रहा है यह ध्यान रखना होगा कि उनको वापस से जनगणना में शामिल न किया जाए। इन घुसपैठियों को जातीय जनगणना से हटाना चाहिए। इसके अलावा देश में अल्पसंख्यक पर पुनर्विचार करना चाहिए।
मंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के विकास के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। 2014 में देश का बजट 16 करोड़ रूपए था, अब यह बजट साढ़े 37 लाख करोड़ तक गया है। उन्होंने कहा कि, आज भी कई ऐसे लोग हैं जो विकास के एजेंडे कुछ और अपना एजेंडा समाज में चलाना चाहते हैं इसलिए आज की तारीख में देश में धर्म परिवर्तन पर एक सख्त कानून बनना चाहिए। इसके आलावा उन्होंने ज्ञानवापी मंदिर-मस्जिद विवाद को लेकर कहा कि यह 1991 के कानून के दायरे में नही है।