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गोपालगंज में मंत्री रामसेवक सिंह के करीबी की हत्या

पटना/गोपालगंज/बेगूसराय : बिहार के सीएम नीतीश कुमार की राजनीतिक जमापूंजी में यहां के अपराधियों ने बड़ी सेंध लगा दी है। सुशासन के लिए देशभर में अलग पहचान रखने वाले नीतीश कुमार की इस जमापूंजी को मौजूदा क्राइम ग्राफ ने तार—तार करके रख दिया है। नीतीश के सुशासन की साख पर आज ताजा घाव गोपालगंज में मिला जहां उनके करीबी मंत्री के एक बेहद निकट के व्यक्ति और जिले के बड़े व्यवसाई को अपराधियों ने दिनदहाड़े गोलियों से छलनी कर दिया।

पेट्रोल पंप और कोल्ड स्टोर के मालिक थे रामाश्रय सिंह

गोपालगंज से मिली सूचना के मुताबिक वहां भोरे थाना के मुड़ादीह पम्प पर जिले के बड़े व्यवसायी और नीतीश कैबिनेट के मंत्री रामसेवक सिंह के बेहद करीबी रामाश्रय सिंह को दिनदहाड़े गोलियों से भून दिया गया। तीन बाइक पर सवार होकर छह शूटर्स वहां पहुंचे और रामाश्रय सिंह को ताबड़तोड़ पांच गोलियां मारी। श्री सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। रामाश्रय सिंह अपने नए पेट्रोल पम्प का निर्माण कार्य का जायजा लेने पहुंचे थे। श्री सिंह कोल्ड स्टोरेज और पेट्रोल पम्प के मालिक हैं।
हत्या को किन कारणों से अंजाम दिया गया, इसका पता नहीं लग सका है। माना जा रहा कि रंगदारी नहीं देने पर घटना को अंजाम दिया गया। मृतक रामाश्रय सिंह बिहार के समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह के करीबी बताये जा रहे हैं। दो साल पहले भी रामाश्रय ​सिंह के पेट्रोल पंप पर लूट और गोलीबारी की घटना हुई थी।

बेगूसराय में रंगदारी कॉल के बाद डाक्टर परिवार घर में कैद

अपराध से बेहाल बिहार की दूसरी बड़ी घटना बेगूसराय में सामने आयी है जहां एक नामी अपराधी द्वारा रंगदारी में भारी रकम मांगे जाने के बाद एक डाक्टर परिवार के सभी सदस्यों ने खुद को अपने ही घर में कई दिनों से नजरबंद कर लिया है।
जानकारी के अनुसार बेगूसराय के लोहिया नगर थाना क्षेत्र में डाक्टर राजेश कुमार को छह दिन पहले 7 जून को किसी मुकेश नामक अपराधी ने मोबाइल पर रंगदारी की डिमांड करते हुए धमकी दी। धमकी भरा फोन आने के बाद से डॉक्टर दंपति ने घर से बाहर ही निकलना छोड़ दिया। आलम यह है कि डॉक्टर ठीक से अपने क्लिनिक में मरीजों को भी नहीं देख पा रहा।
डॉ राजेश कुमार ने बताया कि उन्होंने पुलिस को लिखित सूचना दी, लेकिन अब तक कोई गंभीरता नहीं दिखाई गई है। खौफजदा डॉक्टर अपने परिवार समेत घर में नजरबंद होने को मजबूर है। उधर पुलिस का कहना है कि जांच जारी है। मोबाइल का सीडीआर निकाल कर अपराधियों की शिनाख्त की जा रही है। सारे बिंदुओं पर छानबीन के बाद कार्रवाई की जाएगी।