गोलियों से थर्राया पलामू, कुख्यात गैंगस्टर कुणाल सिंह को कार में भून डाला
डालटनगंज : बुधवार की सुबह सूर्य की किरण निकलते ही पलामू गोलियों की तड़तडाहत से थर्रा उठा। चलती कार में बिहार—झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर कुणाल सिंह को घात लगाए हमलावरों ने छलनी कर दिया। घटना शहर के अघोर आश्रम के पास हुई। गैंगस्टर कुणाल सिंह अपनी कार में सवार होकर कहीं जाने के लिए घर से निकला था। इसी बीच पहले से रेकी कर घात लगाए हमलावरों ने फिल्मी स्टाइल में पहले उसकी कार को धक्का मारा। इसके बाद उन्होंने गोलियों की बौछार कर कुणाल सिंह को भून डाला। कई बुलेट कुणाल के सिर समेत शरीर के अन्य हिस्सों में लगी और उसकी मौत हो गयी।
जानकारी के अनुसार कुणाल सिंह अपने सुदना अघोर आश्रम स्थित घर से बिस्फुटा की ओर जा रहा था। इसी दौरान विपरीत दिशा से आ रही एक सफारी गाड़ी ने एक प्लानिंग के तहत उसके वाहन में धक्का मारा। उसके बाद हमलावरों ने कुणाल पर गोलियों की बौछार कर दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज छानबीन शुरू कर दी है।
बिहार—झारखंड में बोलती थी तूती
गौरतलब है कि झारखंड-बिहार में कुख्यात आपराधिक गिरोह के सरगना और एक्स आर्मी मैन कुणाल किशोर सिंह समेत चार अपराधियों को आर्म्स एक्ट के तहत सजा सुनायी गयी थी। आर्म्स एक्ट के छह साल पुराने मामले में व्यवहार न्यायालय की निचली अदालत ने इन्हें दोषी करार देते हुए 15 मार्च 2018 को सात-सात साल की सश्रम कारावास की सजा सुनायी थी। इसी मामले में कुणाल फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर था।
कई अपराधों में संलिप्त था कुणाल सिंह
कुणाल सिंह आजसू पार्टी के नेता साजिद अहमद सिद्दीकी उर्फ बॉबी खान की हत्या के बाद चर्चा में आया। इसके बाद कुणाल ने अपने साथियों के साथ पलामू के प्रतिष्ठित व्यवसायी और राजद के वरिष्ठ नेता ज्ञानचंद पांडेय के पोते अभिनव पांडेय का बड़े ही नाटकीय ढंग से अपहरण कर लिया था। इन घटनाओं के बाद कुणाल सिंह को रांची स्थित आर्मी कैंप से गिरफ्तार किया गया था।