पटना : बिहार सरकार प्रीपेड मीटर लाने की योजना बना रही है। डाकबंगला के मौर्या लोक में प्रीपेड मीटर काम करना भी शुरू कर दिया है। पटना न्यू क्लब में इलेक्ट्रिक ट्रेड एक्सपो में यह जानकारी उपमुख्यमंत्री सशील कुमार मोदी ने दी। कार्यक्रम का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री ने किया जबकि ग्रीन वाइट ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हेमंग शाह मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार सरकार जल्द ही एक ऐप्प शुरू करने जा रही है। अब लोगों को बिजली बिल जमा करने के लिए लाइन में खड़ा नहीं रहना होगा बल्कि इस एप्प की मदद से घर बैठे रिचार्ज करते ही आपका बिजली कनेक्शन यथावत जारी रहेगा और रिचार्ज नहीं करने पर बिजली काट दी जाएगी। बिहार सरकार की योजना है कि प्रीपेड मीटर दो वर्ष के भीतर बिहार के घर-घर तक पहुंच जाय। उन्होंने कहा कि अब पटना में भी स्मार्ट स्विच मिलना चाहिए क्योंकि बिहार में भी लोग अच्छी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना जानते हैं। स्मार्ट स्विच की खासियत बताते हुए कहा कि आप दिल्ली में हैं तो भी वहाँ से बैठे-बैठे आप अपने घर पटना के बल्ब और पंखे को बुझा सकते हैं। इसलिए स्मार्ट स्विच पटना के बाजारों में मिलनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि शायद बिहार के लोग अपना बिजली बिल ठीक से नहीं देखते हैं। राज्य सरकार अब कंज़्यूमर को भी सब्सिडी देने लगी है। 2015-16 में 5000 हज़ार करोड़ की सब्सिडी दी गई है। बिहार सरकार ने हाल के कुछ वर्षों में सबसे ज्यादा पैसे औद्योगिक विकास पर ही खर्च किये हैं। पहले बिहार में बिजली की बहुत चोरी होती थी लेकिन अब इसका प्रतिशत घटकर 34 परसेंट से भी कम हो गया है। सुशील मोदी ने कहा कि आज से 15 साल पहले कोई सोच भी नहीं सकता था कि बिहार मे बिजली सभी को मिल सकेगी। कई लोग अपने घरों में जेनेरेटर रखते थे। लेकिन बिहार में 22 घंटे से ज्यादा बिजली मिल रही है। आज बिहार कहाँ से कहाँ पहुंच गया। अभी हाल ही नीति आयोग ने बिजली पर सभी प्रदेशों की रैंकिंग की है जिसमें बिहार 6वें स्थान पर है। पटना की बात छोड़ दीजिए, हर गांव-गांव में बिजली पहुंच गई है। गांव को भी छोड़ दें तो पूरे बिहार में 1 लाख से ज्यादा टोले हैं। उन टोलों तक बिजली पहुंच गई है। ब्रिटैन और अमेरिका जैसे देश हमसे इसलिए आगे बढ़ गए क्योंकि उन्होंने उद्योग को बिजली से जोड़ दिया था। जीएसटी लागू होने के बाद कई सामानों के दाम घट गए हैं।
मानस दुबे