पटना : बिहार में मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में गवाह लड़कियों के फरार होने के बाद जहां प्रशासन सकते में है वहीं इस पर अब सियासत भी तेज हो गई है। विरोधी नीतीश सरकार को घेरने में लग गए हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने करारा हमला किया है। वहीं सत्ता पक्ष कानून के राज की दुहाई दे रहा है और कह रहा है कि कोई नहीं बचेगा।
ज्ञात हो कि सूबे में शनिवार को उस समय सनसनी मच गई, जब पता चला कि पटना के मोकामा स्थित बालिका सुधार गृह से सात लड़कियां भाग गई हैं। प्रशासन के होश तब उड़ गए जब यह बात सामने आई कि फरार सात लड़कियों में से पांच मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में गवाह हैं। जानकारी मिलते ही पटना के डीएम कुमार रवि व एसएसपी गरिमा मलिक मौके पर पहुंची और जांच शुरू हुई। लेकिन इसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। जहां आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी का कहना है कि लड़कियां भागी नहीं भगायी गईं हैं। उन्होंने उनकी हत्या किये जाने की अशंका व्यक्त की। उनके ही दल के पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने जेडीयू एमएलसी संजय झा, उनकी पत्नी एवं अन्य पर आरोपितों को बचाने का आरोप लगाया। शिवानंद तिवारी ने खुलासा किया कि संजय झा की पत्नी एक एनजीओ चलती हैं और उनको एक शेल्टर होम मधुबनी में चलाने की जिम्मेवारी सौपी गयी है।
Swatva Samachar
Information, Intellect & Integrity