पटना : बैंकरों की 68वीं राज्यस्तरीय त्रैमासिक बैठक में आज बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने गांवों में बैंकिंग गतिविधियों को बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि बैंक गांव तो पहुंच गए हैं, लेकिन अभी भी वे ग्रामीण लोगों की पहुंच से काफी दूर हैं। पटना के होटल चाणक्य में आयोजित बैठक में कृषि और उस क्षेत्र में बैंकिंग की भागीदारी पर चर्चा के दौरान श्री मोदी ने कहा कि गांव वालों को ये महसूस नहीं हुआ है की बैंक उनके लिए है। उन्होंने कहा कि जबतक गांव वालों को ये यकीन न हो कि बैंक उनके लिए है, तब तक विकास की गाड़ी तेज नहीं हो सकती। उन्होंने यह भी बताया कि गरीब तबको को दिया जाने वाला ऋण का एनपीए मात्र 2% है, जबकि ऊपरी तबकों को दिए जाने वाले ऋण का एनपीए गरीब तबकों से काफी ज्यादा है। 31 मार्च 2019 तक बिहार राज्य में 15 हजार करोड़ एनपीए है, जो कुल ऋण का 11% है।
मानवीय हस्तक्षेप कम होने से दूर होगा भ्रष्टाचार
सुशील मोदी ने बैंकरों से कहा कि ऐसे बैठकों की जरूरत नहीं पड़ेगी अगर बैंक निचले तबकों पर ठीक से ध्यान दे। बैंको को साल में कम से कम दो बार गांव में जागरूकता शिविर लगानी चाहिए। इससे ग्रामीणों को बैंकिंग तकनीक के इस्तेमाल की जानकारी मिलेगी। ऋण के लिए अप्लाई करने की विधि भी ऑनलाइन हो ताकि मानवीय हस्तक्षेप कम हो। केंद्र सरकार ने इसीलिए अधिकतर योजनाएं ऑनलाइन कर दी हैं।
अब 1.60 लाख ऋण बिना किसी जमानत के
बैठक में बताया गया कि पहले जो 1 लाख तक का ऋण बिना किसी अमानती कागजात जमा किये मिलता था, अब उस रकम को बढाकर 1.60 लाख कर दिया गया है। ससमय ऋण चुकाने वाले किसानों को ब्याज 4% देना होता है। उसमें भी 1% राज्य सरकार चुकता करती है।
ऋण देने में बिहार अपने टारगेट से पीछे
2018-19 में बिहार में बैंकों ने 1.30 हजार करोड़ ऋण वितरित करने का लक्ष्य रखा था। पर बैंको ने लक्ष्य का 84% ऋण ही वितरित किया। वहीं 2017-18 में बैंको ने अपने लक्ष्य का 90.85% ऋण वितरित किया था। 2019-20 के लिए ऋण वितरित करने का लक्ष्य 1.45 हजार करोड़ रखा गया है।
इन सब मामलो के साथ ही श्री मोदी ने कहा कि इसकी अगली बैठक 19 अगस्त 2019 को होगी और उसमे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल होंगे। अगली बैठक में मुख्यतः साइबर फ्रॉड विषय पर चर्चा होगी और उससे संबंधित घटित मामलों पर भी चर्चा होगी। इस कार्यक्रम में श्री मोदी के अलावा मंत्री प्रेम कुमार, सुरेश शर्मा, श्याम रजक व अन्य लोग मौजूद थे।
चमकी पर सवालों का जवाब टाल गए मोदी
एसबीआई के सौजन्य में आयोजित राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की त्रैमासिक बैठक में आज पत्रकारों ने जब डिप्टी सीएम सुशील मोदी से मुजफ्फरपुर में एईएस बीमारी से हो रही मौतों पर सवाल पूछना चाहा तो उन्होंने साफ कहा कि इस मामले वे कुछ भी नहीं बोलेंगे। उन्होंने कहा कि वह अलग मामला है और सरकार उसपर उचित कार्रवाई कर रही है। यहां हम बैंकर्स समिति की बैठक में ग्रामीण बिहार में विकास की गति तीव्र करने में उनकी सहभागिता बढ़ाने के मुद्दों पर चर्चा करने आए हैं। इसी विषय पर बात करिए।
इस बैठक में मुख्यमंत्री की उपस्थिति पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें वन नेशन, वन इलेक्शन पर ज़रूरी बैठक के लिए राजधानी दिल्ली बुलाया है। मुख्यमंत्री आगे होने वाली बैंकर्स की बैठक में उपस्थित रहेंगे।
(सुचित कुमार/भूमिका किरण)