गणतंत्र दिवस पर बोले राज्यपाल नागरिक अधिकारों को लेकर सरकार सजग

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पटना : 71वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने समस्त बिहारवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि आज ही के दिन 1950 में हमारा देश एक गौरवशाली संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में स्थापित हुआ और संसदीय व्यवस्था पर आधारित शासन की नींव रखी गई। संविधान के माध्यम से राष्ट्र के सभी नागरिकों के लिए सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय तथा विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता सुनिश्चित हुई है।

राज्यपाल ने कहा, राज्य सरकार ने सुशासन एवं न्याय के साथ विकास के सिद्धान्त पर राज्य के विकास के लिए सार्थक प्रयास किये हैं। बिहार को देश के विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने के निमित्त सुशासन के कार्यक्रम सम्पूर्ण राज्य में लागू किये गये हैं।

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जल-जीवन-हरियाली पर्यावरण सरंक्षण के लिए ज़रूरी

गवर्नर ने कहा जलवायु-परिवर्तन से उत्पन्न इन समस्याओं से निपटने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा 26 अक्टूबर, 2019 से ‘जल-जीवन-हरियाली’ अभियान शुरू किया गया है। इसके अंतर्गत 24 हजार 524 करोड़ रुपये की योजनाओं का मिशन मोड में क्रियान्वयन किया जा रहा है। पर्यावरण-संरक्षण के समर्थन में बनी यह ऐतिहासिक मानव शृंखला विश्व में किसी भी मुद्दे पर बनी, अब तक की सबसे लम्बी मानव शृंखला है। यह शृंखला नशा-मुक्ति के पक्ष में तथा दहेज-प्रथा एवं बाल-विवाह के खिलाफ में भी थी। इसके माध्यम से बिहार की जनता ने न सिर्फ देश को बल्कि पूरे विश्व को पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का संदेश दिया है।

भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी

उन्होंने आगे कहा कि भ्रष्टाचार के विरूद्ध ‘जीरो टाॅलरेन्स’ की नीति पर राज्य सरकार की मुहिम जारी है। भ्रष्ट लोक सेवकों के विरूद्ध कार्रवाई निरन्तर की जा रही है। प्रशासनिक एवं वित्तीय संरचनाओं को सुदृढ़ और पारदर्शी बनाने के साथ-साथ राज्य के नागरिकों को कानूनी अधिकार देकर सशक्त बनाने की नीति पर लगातार काम किया जा रहा है।

उन्नयन बिहार शिक्षा को देगा नई दिशा

राज्य सरकार ने मानव-संसाधन की पूरी क्षमता के उपयोग के लिए शिक्षा पर शुरू से ही विशेष ध्यान दिया है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पूरे बिहार में ‘उन्नयन बिहार कार्यक्रम’ चलाया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत उच्च माध्यमिक विद्यालयों में वर्ग-9 एवं 10 के लिए ‘स्मार्ट वर्गकक्ष’ स्थापित कर छात्र/छात्राओं को पढ़ाया जा रहा है। इस कार्यक्रम को और व्यापक बनाते हुए इसे उच्च माध्यमिक विद्यालयों में भी लागू करने का निर्णय लिया गया है।

स्वास्थ्य के क्षेत्र में हो रहे शानदार कार्य

गवर्नर ने कहा बिहारवासियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक सुधार किया है। प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, अनुमंडल एवं जिला अस्पताल एक क्रियाशील स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में कार्यरत हैं। इससे लोगों का विश्वास स्वास्थ्य सेवाओं पर बढ़ा है और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार करा रहे रोगियों की संख्या जो वर्ष 2006 में प्रतिमाह 39 थी, अब बढ़कर प्रतिमाह लगभग 10000 तक पहुँच गयी है।
पी॰एम॰सी॰एच॰ को 5462 बेड, आई॰जी॰आई॰एम॰एस॰ तथा एन॰एम॰सी॰एच॰, एस॰के॰एम॰सी॰एच॰, मुजफ्फरपुर को 2500 बेड तथा ए॰एन॰एम॰सी॰एच॰ (अनुग्रह नारायण चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल), गया को 1500 बेड करने की योजना है।

पराली के निपटारे के बताए उपाय

उन्होंने कहा फसल अवशेष (पराली) को खेतों में जलाना बिहार में भी एक गंभीर समस्या बनती जा रही है, जिसका मुख्य कारण फसल कटनी में कम्बाइन-हार्वेस्टर का उपयोग है। फसल अवशेष जलाने से हो रहे नुकसान से बचने के लिए फसल-अवशेष-प्रबंधन में सहायक कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जा रहा है तथा फसल-अवशेष जलाने के दुष्प्रभाव एवं प्रबंधन के बारे में किसानों को जागरूक किया जा रहा है।

सड़कों का बिछाया जा रहा जाल

उन्होंने कहा आधारभूत संरचनाओं का विस्तार बिहार के कोने-कोने तक हुआ है। बिहार में सड़कों तथा पुल-पुलियों का जाल बिछाकर, अब राज्य के सुदूर क्षेत्र से 5 घंटे में राजधानी पटना पहुँचने के लक्ष्य पर कार्य योजना बनाकर निर्माण कार्य चल रहा है। नई आधारभूत संरचना के निर्माण के साथ-साथ राज्य में उच्च पथों, वृृहद जिला पथों तथा ग्रामीण पथों का भी अनुरक्षण किया जा रहा है।

 

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