नयी दिल्ली : यूपी के कानपुर में एक राज्यमंत्री की हत्या करने वाले गैंगस्टर को पकड़ने गई पुलिस पर अपराधियों ने जबर्दस्त फायरिंग कर एक डीएसपी समेत आठ पुलिसकर्मियों शहीद कर दिया। इस हमले में सात अन्य जवान घायल हुए हैं जिनमें चार की हालत बेहद गंभीर बताई जाती है। घटना कानपुर देहात के शिवली थाना क्षेत्र के बिकरू गांव का है। पुलिस यहां हिस्ट्रीशीटर और कुख्यात गैंगस्टर विकाश दूबे को पकड़ने गई थी।
राज्यमंत्री की हत्या का आरोपित है विकाश दूबे
शहीद होने वालों में शिवराजपुर के एसओ और डीएसपी महेश यादव, बिल्हौर के सीओ देवेंद्र मिश्र, दो सब इंस्पेक्टर और 4 सिपाही शामिल हैं। सात अन्य पुलिसकर्मी जख्मी हैं जिनमें कई की हालत गंभीर हैं। पुलिस हत्या के प्रयास के एक ताजा केस में शातिर विकास दुबे को अरेस्ट करने गई थी।
7 घायलों में 4 की हालत बेहद गंभीर
जानकारी के अनुसार दबिश के दौरान बदमाशों ने पुलिस टीम को घेर लिया और अत्याधुनिक हथियारों से जबर्दस्त फायरिंग कर दी। विकास दुबे वही अपराधी है, जिसने 2001 में राजनाथ सिंह सरकार में राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की थाने में घुसकर हत्या की थी। बताया जाता है कि जैसे ही फोर्स गांव के बाहर पहुंची तो वहां जेसीबी लगा दी गई जिस वजह से फोर्स की गाड़ी गांव के अंदर नहीं जा सकी। गाड़ी अंदर न जाने के कारण पुलिसकर्मी गांव के बाहर ही वाहन से उतरे। तभी पहले से घात लगाए बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। बदमाश ऊंचाई पर थे, इस वजह से पुलिसकर्मियों को गोलियां लगी और 8 जवान शहीद हो गए।