माघी पूर्णिमा से बंगाली बाबा घाट पर गंगा महाआरती,हर माह पूर्णिमा पर आयोजन
बक्सर : बुधवार, 16 फरवरी को माह मास की अंतिम पूर्णिमा है, इसके उपरांत फाल्गुन का महीना आरंभ हो जाएगा। इस पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इसी तिथि पर संत रविदास का जन्म हुआ था इस कारण से माघी पूर्णिमा विशेष महत्व है। वहीं इस माघी पूर्णिमा के अवसर पर चिरान्द विकास परिषद तथा गंगा समग्र के संयुक्त तत्वाधान में बक्सर के बंगाली बाबा घाट पर गंगा महाआरती का आयोजन किया जा रहा है।
जानकारी हो कि, हिंदू धर्म में माघ के महीने का विशेष महत्व होता है। माघ का महीना स्नान, ध्यान, जप, तप और दान करने के लिए सर्वश्रेष्ठ माह माना गया है। इस बार बुधवार यानि कि 16 फरवरी को माह मास की अंतिम पूर्णिमा है,फिर इसके बाद फाल्गुन का महीना आरंभ हो जाएगा। इसी के मद्देनजर गंगा महाआरती का आयोजन किया जाएगा। हालांकि, हर माह पूर्णिमा को बंगाली बाबा घाट पर गंगा महाआरती का आयोजन किया जाता है। लेकिन, पिछले एक माह से कोरोना संक्रमण के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।
वहीं, अब सबकुछ सामान्य होने के बाद चिरान्द विकास परिषद तथा गंगा समग्र ने सरकारी गाइडलाइन के अनुसार आगामी 16 फरवरी को गंगा महाआरती आयोजित करने का निर्णय लिया है। यह आरती संध्या 6 बजे से प्रारम्भ होगी।
इस संबंध में चिरान्द विकास परिषद के सचिव तथा गंगा समग्र उत्तर बिहार प्रांत के सह संयोजक श्रीराम तिवारी ने बताया कि मां गंगा की आरती में आए श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा मास्क के साथ ही आरती स्थल पर बैठने की अनुमति दी जाएगी। वहीं, गंगासमग्र के जिला संयोजक डॉ किरण कुमारी ने बताया कि इस बार पूर्णिमा का विशेष महत्व है इसे माघी पूर्णिमा करते हैं इस मौके पर संस्था द्वारा माता गंगा की विशेष पुजा की व्यवस्था भी की गई है ।