पटना : पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश से बिहार की कई नदिया उफान पर है। नदियों के जलस्तर में हो रही लगातार वृद्धि से बिहार के कई क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई जगहों पर तटबंधों का कटाव भी जारी है, पश्चिमी चम्पारण के बगहा में पिपरा-पिपरासी तटबंध पर भी खतरा बढ़ता जा रहा है। गंडक नदी का कटाव यूपी के अमवा खास तटबंध पर तेज़ी से हो रहा है। गंडक नदी के लगातार कटाव से नदी बांध से महज कुछ ही फीट की दूरी रह गई है।
बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए यूपी में बचाव कार्य तेजी से की जा रही है। फिर भी नदी का कटाव इतना तर्ज है कि निरोधी कार्य प्रयाप्त नहीं हो पा रहा है। बगहा का ठकरहा प्रखंड पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। यदि बांध टूटता है तो ठकरहा प्रखंड बाढ़ की चपेट में आ जाएगा।
बांध का रिसाव कई जगहों से हो रहा है, जिस कारण बांध के टूटने की आशंका जल संसाधन मंत्री संजय झा ने भी जताया है, तटबंध टूटने से यूपी से सटे इलाको में बाढ़ आ सकती है। कटाव व रिसाव को ठीक करने के संबंध में उत्तर प्रदेश से बात की जा रही है। साथ ही इंजीनियर एवं मजदूरों को संसाधनों के साथ प्रभावित स्थलों पर भेजा जा रहा है।
शुक्रवार को मौसम विभाग एक रेड अलर्ट घोषित कर बताया है कि शनिवार को 200 एमएम तक बारिश हो सकती है। इस सूचना पर सरकार अलर्ट हो गई है। स्थिति से निपटने के लिए असम से एनडीआरएफ की टीम भी बुलाई जा रही है। बिहार के पश्चिमी चंपारण, पू चंपारण, वैशाली, सीतामढ़ी , जहानाबाद, जमुई, गया, औरंगाबाद, समेत कई जिलों में तेज बारिश हो ने की आशंका व्यक्त की गई है। आपद प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने इस संबंध में सभी जिलो के डीएम और अभियंताओं को स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।