पूर्व सीएम- ऐसी गलती दोबारा न करे भाजपा, नीतीश- टूट का दावा बेबुनियाद
पटना : अरुणाचल की घटना के बाद बिहार की सियासत गर्म हो गई है। विपक्ष द्वारा इस मसले को लेकर हर रोज नीतीश कुमार को ऑफर दिया जा रहा है कि वह भाजपा से गठबंधन तोड़ उनके साथ गठबंधन बना ले। वहीं कभी-कभी जदयू के नेताओं द्वारा भी अप्रत्यक्ष तौर पर इसे गलत ठहराया गया है। वहीं अब इस कड़ी में खुद नीतीश कुमार ने मोर्चा संभालते हुए इस मसले को लेकर अपनी राय रखी है।
जदयू में टूट की ख़बरों पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कोई भी अगर किसी प्रकार का दावा कर रहा है वह सब बेबुनियाद है, उसमें कोई दम नहीं है। ऐसी कोई बात नहीं है। इस तरह की बातों पर ध्यान देने की जरुरत नहीं है।
वहीँ इससे पहले एनडीए गठबंधन में शामिल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी इशारों ही इशारों में इस नीति को गलत ठहराया है।
जीतन राम मांझी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि “अरूणाचल प्रदेश में जो हुआ वह स्वच्छ राजनीति का तक़ाज़ा नहीं है। बीजेपी के नेतृत्व से अनुरोध है कि ऐसी गलती दोबारा ना हो पाए इसका ख़्याल रखें।नीतीश कुमार को कमजोर समझने वालों को शायद नहीं पता है कि हम पार्टी मज़बूती से उनके साथ है।”
गठबंधन राजनीति के लिए कोई नेक संदेश नहीं
मालूम हो कि अरुणाचल प्रदेश में जदयू विधायक का भाजपा में शामिल होने के बाद विपक्षी दलों द्वारा भाजपा पर तरह-तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। इस मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी यह कह चुके हैं कि यह गठबंधन राजनीति के लिए कोई नेक संदेश नहीं है।
इसके अलावा जदयू के कुछ नेताओं द्वारा अटल बिहारी वाजपेई के समय में पालन किए जाने वाला गठबंधन धर्म के भी याद दिलाई गई। वहीं राजद और कांग्रेस द्वारा नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित करने तक की बात भी कह दी गई। वहीं राजद और कांग्रेस दोनों को जदयू द्वारा जवाब भी दिया गया है।