फास्टटैग जरूरी फिर भी कर रहे लापरवाही, वसूला गया दोगुना टोल टैक्स
पटना : देश में मंगलवार से टोल प्लाजा पर फास्टटैग अनिवार्य कर दिया गया है। इसके बाबजूद लोगों की लपरबाही मुश्किल बनती जा रही है। बिहार की राजधानी पटना में दीदारगंज टोल प्लाजा पर लगभग 35 सौ गाड़ियों ने दोगुना टोल टैक्स दिया। वहीं लगभग 1000 गाड़ियों में फास्टैग भी लगाए गए।
देशभर में अब टोल नाकों को पास करने के लिए फास्टटैग अनिवार्य कर दिया गया है। फास्टटैग लगी गाड़ियों को टोल प्लाजा पर अधिक देर तक नहीं रुकना होगा। वहीं फास्टैग अनिवार्य होने के बाद राजधानी पटना के दीदारगंज टोल प्लाजा पर चार पहिया वाहनों की लंबी कतार देखने को मिली बड़ी तादाद में ऐसे लोग नजर आए जिनकी गाड़ियों पर पास तक नहीं लगा था। जिन इलाके के गाड़ियों पर सबसे ज्यादा फास्टैग नहीं पाए गए उनमें नालंदा, नवादा, बख्तियारपुर, जहानाबाद और मोकामा की ओर से आने वाली गाड़ियां शामिल थीं। जिन गाड़ियों पर फास्टैग नहीं लगा था उनसे नियमों के मुताबिक के दोगुना टोल लिया गया है।
वहीं फास्टटैग को लेकर कुछ लोगों के बीच भ्रम की स्थिति यह भी है कि उनकी गाड़ी 10 से 15 साल पुरानी हैं।ऐसे में इनकी गाड़ियों में फास्टैग नहीं लगेगा। जबकि ऐसा नहीं है पुरानी गाड़ियों में भी फास्टैग लगाया जा सकता है। हालांकि इसके लिए यह भी कहा गया है कि गाड़ी का रजिस्ट्रेशन बुक को होनी चाहिए। फास्टटैग लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन परिवहन विभाग के वेबसाइट पर ऑनलाइन दिखना जरूरी नहीं है।
जानकारी हो कि किसी भी गाड़ी में फास्टटैग उसकेविंडस्क्रीन पर लगी होती है जैसे ही गाड़ी टोल प्लाजा से होकर गुजरती हैं टोल प्लाजा पर लगा सेंसर इस चिप को रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन की मदद से रीड करता है और उसे टोल प्लाजा के हिसाब से पैसे अपने आप कट जाते हैं।