अररिया : “मयूर माईक्रो फाईनेंस प्राईवेट लिमिटेड मुम्बई” नाम की एक चिटफंड कंपनी ने अररिया जिले के फारबिसगंज में कई पंचायतों के हजारों महिलाओं से करोड़ों रुपये जमा कराए और फरार हो गई। लोगों से गाय—भैंस के लिए ऋण देने की बात कह कर बीमा के नाम पर 1450 रूपये की दर से राशि की वसूली की गई और जब ऋण देने की बारी आयी तो कार्यालय में ताला लगाकर कंपनी के कर्मी भाग खड़े हुए।
आज बड़ी संख्या में महिलाओं ने उक्त चिटफंड कंपनी के कार्यालय पर जमकर हंगामा मचाया तथा शहर को फोरलेन से जोड़ने वाली सड़क को महिला कॉलेज के पास जाम कर उग्र प्रदर्शन किया।
बताया जाता है कि चिटफंड कंपनी के प्रबंधक रोहित सिंह और सूरज कुमार के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कर्मियों ने अनुमंडल के दर्जनों पंचायतों में 30-30 महिलाओं का ग्रुप बनाकर उनसे बीमा के नाम पर 1450 रुपये की दर से वसूली की और 13 मार्च से ऋण की राशि निर्गत करने के लिए महिला कॉलेज रोड स्थित नरेश मेहता के आवास में किराए पर लिए कार्यालय में बुलाया। आज जब ऋण हेतु कार्यालय में महिलाएं पहुंची तो कंपनी के सभी कर्मी और प्रबन्धक गायब हो चुके थे व वहां ताला लटका था।
महिलाओं ने बताया कि 1450 रूपये प्रति महिला की दर से वसूली की गयी थी और सभी को पचास—पचास हजार रूपये ऋण प्रदान करने की बात कही गयी थी।
ठगी की शिकार महिलाओं के अनुसार लगभग 7 से 8 हजार महिलाओं से 1450 की दर से बीमा और लोन मुहैया करवाने के नाम पर चिटफंड कंपनी ने उनसे रुपए ऐंठ लिए।
महिलाओं का कहना है कि मकान मालिक नरेश मेहता और कुछ स्थानीय लोगों की मिलीभगत से इस घटना को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया क्योंकि इनके द्वारा ही कार्यालय हेतु चिटफंड कंपनी को कमरा मुहैया करवाया गया था। इधर बड़ी संख्या में महिलाओं ने फारबिसगंज थाना पहुंच कर उक्त ठगी कि घटना के सन्दर्भ में थाना अध्यक्ष को एक आवेदन सौंपा जिसमें मकान मालिक नरेश मेहता के द्वारा भरोसा दिए जाने पर रुपये देने की बात कही गयी और इसके अलावा रोहित कुमार, सूरज कुमार, राहुल कुमार और अखिलेश कुमार को भी आरोपी बनाया गया। मामले की पुष्टी करते हुए थानाअध्यक्ष शिवशरण साह ने बताया कि प्रदर्शन कर रही महिलाओं को समझा बुझा कर शांत करवा दिया गया है और आरोपी को खोजने का प्रयास जारी है।
(संजीव कुमार झा)