पटना: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि परीक्षा में फेल छात्र भविष्य संवारने की कितनी भी कोशिश करे उसकी सूरत नहीं संवरती है। यही हाल विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव का है।
अरविंद सिंह ने कहा कि कोरोना की रोकथाम की दिशा में सरकार पूरी तत्परता से काम कर रही है और बाढ़ जैसी आपदा से निपटने व पीड़ितों के बीच राहत कार्य के निदेश दिए जा रहे हैं। इन आपदा और विपदा के बीच चुनाव आयोग की सख्ती से विपक्षी दलों की बोलती बंद हो गयी है।
क्योंकि कोरोना संकट के वक्त तो इनके नेता गायब ही थे। कहीं भी राहत का काम नहीं किये। इन्हें अब आशंका सता रही है कि आयोग समय पर विधानसभा चुनाव करा लेगा। इसलिए विपक्षी कुनबे में शामिल दलों के नेता अपने-अपने तरीके जुगाड़ फिट करने में जुट गए हैं। कोई बाढ़ग्रस्त इलाके में सैर-सपाटे कर रहा है, तो किसी को अब अपना चुनाव क्षेत्र याद आने लगा है।
अरविंद सिंह ने कहा कि इनकी स्थिति उन परीक्षार्थियों की तरह है, जो साल भर तक न स्कूल की सूरत देखते हैं, न किताब की। ये हमेशा शार्टकट तरीके की खोज में रहते हैैं। जब परीक्षा नजदीक आती है, तब कोई नकल की नयी तरकीब खोजने में दिमाग खपाता है, कोई बाजार में ‘एटम बम’ खोजते फिरता है।
मालूम हो कि बीते दिन चुनाव आयोग ने कहा कि सभी राज्यों में चुनाव तय समय पर ही होंगे। लेकिन, कोरोना संकट को देखते हुए विपक्ष अक्टूबर-नवंबर में चुनाव नहीं चाहता है। वहीं इस मामले ओर भाजपा का कहना है कि भाजपा इस मसले पर चुनाव आयोग के फैसले के साथ है।