पटना : आमतौर पर अगस्त के दूसरे हफ्ते में राजधानी पटना में प्रकट होने वाला डेंगू इस वर्ष एक माह पहले जुलाई में ही दस्तक दे रहा है। अभी तक पटना में तीन मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। पटना में पिछले वर्ष बारिश के बाद ही डेंगू के मामले सामने आये थे। यह स्थिति स्वास्थ्य विभाग के लिए अलार्मिंग है। क्योंकि अभी तक यह माना जाता था कि बारिश हो जाने के बाद मामले सामने आयेंगे। इसीलिए तैयारी के मोर्चे पर अभी पटना रिस्क जोन में ही है।
राजधानी के 16 इलाकों में डेंगू अलर्ट
पटना में इस साल डेंगू के जल्दी आने के पीछे जलजमाव का तर्क दिया जा रहा है। अभी तक जो तीन लोग पीड़ित हुए हैं, उन्होंने बताया कि बारिश के समय भी वो कूलर का उपयोग कर रहे थे। साथ उनके आवास के आसपास पानी जमाव भी बना हुआ था। स्वास्थ्य विभाग ने सक्रियता दिखाते हुए अपने को तैयार करना शुरू कर दिया है। शहर के 16 इलाकों को डेंगू के संभावित क्षेत्र के तौर पर घोषित कर विशेष व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। इनमें ट्रांसपोर्ट नगर, कंकड़बाग, गर्दनीबाग, मीठापुर, मैनपुरा, राजेंद्र नगर, कृष्णा नगर, पीएंडटी कॉलोनी, बुद्धा कॉलोनी, पाटलिपुत्र कॉलोनी, राजीव नगर, महेंद्रु, बाजार समिति, पत्थर की मस्जिद, खाजेकला व इंद्रपुरी के इलाके शामिल हैं।