एक क्लिक और शादी कार्ड रिश्तेदार के पास! जानें, कैसे काम करता है डिजिटल कार्ड?
पटना : हिन्दू धर्म में विवाह शुभ मुहूर्त और शुभ तिथि पर ही किया जाता है। हमारे यहां तय तिथियों पर अतिथियों व रिश्तेदारों को विवाह समारोह में आमंत्रित करने की परंपरा है। विवाह के 1 से 2 महीने पहले से ही आमंत्रण देने ने लिए लोग शादी कार्ड छपवाते हैं। लेकिन हाल के वर्षों एक नया ट्रेंड उभरा है। अब लोग कार्ड छपवाने के लिए दुकानों का चक्कर लगाने में कम रुचि दिखा रहे हैं। क्योंकि अब डिजिटल युग है। इस डिजिटल युग में व्हाट्सएप्प कार्ड, तथा QR code (quick response) तकनीक के माध्यम से दूर रह रहे रिस्तेदारो को mannul ( साधारण कार्ड) जैसा ही कार्ड भेजने का प्रचलन शुरू हो गया है। आइए जानते हैं डिजिटल कार्ड के बारे में।
निमंत्रण में व्हाट्स एप व QR code का जमाना
दुकानदार से पूछे जाने पर कि QR तकनीक से बने कार्ड कैसे कार्य करते हैं, तो उन्होंने बताया कि इन QR पर रिस्तेदारों का नाम, पता तथा कार्ड के बारे में कोडेड सूचना होती है। वे जैसे ही QR कोड को स्कैन करेंगे वैसे ही उनको उनके नाम से ही कार्ड दिख जाता है। QR तकनीक वाले कार्ड का मूल्य 400 से 500 रुपये, तथा व्हाट्सएप्प कार्ड 500 रुपये तक की रेंज में मार्केट में उपलब्ध है। हालांकि Mannul कार्ड भी आधुनिक युग में अपनी उपस्थित बनाए हुए है। साधारण कार्ड में लोगों की पहली पसंद बॉक्स कार्ड हैं जिनपर डिजाइन किया गया रहता है। इसका मूल्य 25 से 30 प्रति रुपया चल रहा है।
10 वर्षों के अंदर बदला स्वरूप
शादी कार्ड में पिछले 10-15 सालों में क्या बदलाव आया है? इसपर दुकानदार ने बताया कि डिजिटाइजेशन के अलावा केवल कार्ड के दाम में बढ़ोतरी हुई है। कार्ड तो वही है जो 10 साल पहले 25 पैसे में मिल जाता था, आज वह 20 से 25 रुपये का मिल रहा है। केवल उन्हें एक बॉक्स में बंद कर देने पर दाम बढ़ जाता है। दुकानदार ने कहा कि आने वालो दिनों में केवल डिजिटल कार्ड ही चलन में रहेंगे। पहले हम सभी रिश्तेदारों के घर जा कर कार्ड देते थे। अब ऐसा नहीं है। अब तो एक क्लिक कीजिये और कार्ड रिश्तेदार के पास। नोटबंदी और डिजिटल कार्ड का विकल्प होने के कारण साधारण कार्ड की बिक्री में कमी आई है।
अगर देखा जाए तो इन डिजिटल कार्ड के चलते समय तो बच जाता है, पर रिश्तेदारों से दूरियां बनती जा रही हैं। पहले जो साल भर भी रिश्तेदार के पास जाते नहीं थे, वो शादी के मौके पर कार्ड देने के बहाने चले जाते थे। पर अब यह नहीं हो रहा। अब तो एक क्लिक के द्वारा ही जिसके पास चाहो कार्ड भेज दो।
राजन कुमार