दुश्मनों को करारा जवाब देगा आईएनएस खंडेरी

0

भारतीय नौसेना ने स्कॉर्पीन श्रेणी की दूसरी पनडुब्बी आईएनएस खंडेरी को शामिल करने से इनकार कर दिया था। क्योंकि, नौसेना को समुद्र में यूजर ट्रायल के दौरान इस पनडुब्बी के इंजन से ज्यादा आवाज आने की शिकायत थी। लेकिन, सालों बाद इसमेँ बदलाव कर इसे फिर से भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज इस पनडुब्बी को भारतीय नौसेना को समर्पित किया।

पनडुब्बी आईएनएस खंडेरी की खासियत :-

swatva

* प्रोजेक्ट-75 के तहत पनडुब्बी INS खंडेरी दूसरी पनडुब्बी है, जो स्वदेशी है।
* 7 अप्रैल 2009 में पनडुब्बी का निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेेड में शुरू हुआ था।
* INS खंडेरी पानी में 350 मीटर की गहराई तक जा सकती है।
* समुद्र में न केवल 40 से 45 दिन तक रह सकती है बल्कि ये लगभग 12 हजार किमी तक अंदर जा सकती है।
* INS खंडेरी बनने की प्रक्रिया इसी के बाद शुरू हुई।
* INS खंडेरी की लंबाई 67.5 मीटर और चौड़ाई 12.3 मीटर है।
* परमानेंटली मैग्नेटाइज्ड प्रोपल्शन मोटर की वजह से यह बेहद कम आवाज करती है

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here