पटना: राज्यपाल फागू चौहान ने हिन्दी साहित्य के लब्धप्रतिष्ठ साहित्यकार डाॅ॰ शत्रुघ्न प्रसाद के निधन पर गहरी शोक-संवेदना व्यक्त की है।राज्यपाल चौहान ने कहा कि डाॅ॰ शत्रुध्न प्रसाद एक प्रखर राष्ट्रवादी चिन्तक, विद्वान शिक्षक, महान ऐतिहासिक उपन्यासकार और भारतीय सांस्कृतिक मान-मूल्यों के प्रबल समर्थक थे।
डाॅ॰ प्रसाद ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में भी उच्च पदों पर रहे। वे आजीवन भारतीय चिन्तन परम्परा और मनीषा के प्रबल पक्षधर रहे। ‘सिद्धियों के खंडहर’, ‘शिप्रा साक्षी है’, ‘हेमचन्द्र विक्रमादित्य’, ‘सुन भाई साधो ’, ‘सरस्वती सदानीरा’, ‘तख्ते ताऊस’, ‘शहज़ादा दाराशिकोह’, ‘कश्मीर की बेटी’, ‘अरावली का मुक्त शिखर’ जैसी महत्वपूर्ण ऐतिहासिक औपन्यासिक कृतियों के प्रणयनकर्ता डाॅ॰ प्रसाद के निधन से सम्पूर्ण भारतीय शिक्षा, साहित्य एवं संस्कृति जगत तथा विशेषकर बिहार राज्य को एक अपूरणीय क्षति हुई है।
राज्यपाल ने दिवंगत साहित्यकार की आत्मा को चिरशांति तथा उनके परिजनों-प्रशंसकों को धैर्य-धारण की क्षमता प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।