पटना : देश के जाने—माने चिकित्सक पद्मश्री डॉ. सीपी ठाकुर को दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएयबी), गया का कुलाधिपति (चांसलर) नियुक्त किया गया है। स्वत्व समाचार से हुई बातचीत में डॉ. ठाकुर ने स्वयं इसकी पुष्टि की। कालाजार जैसी खतरनाक बीमारी का हल निकालने वाले पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सीपी ठाकुर फिलहाल राज्यसभा सदस्य है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की अनुशंसा पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने डॉ. सीपी ठाकुर को पांच सालों के लिए सीयूएयबी का चांसलर नियुक्त किया है। इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है। जल्द ही वे पदभार ग्रहण करेंगे।
एमबीबीएस के गोल्ड मेडलिस्ट रहे डॉ. ठाकुर लंबे समय तक पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चिकित्सीय सेवा देने के बाद 1984 में राजनीति में प्रवेश किए और कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे। बाद में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया और आज भी भाजपा कोटे से राज्यसभा में हैंं। अटल बिहारी सरकार वे स्वास्थ्य मंत्री बनने से पहले जल संसाधन मंत्री थे। भाजपा में संगठन के स्तर पर भी उन्होंने कई महत्वपूर्ण दायित्वों का वहन किया है। वे भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा बिहार प्रदेश के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यु.एच.ओ.) ने दो साल पहले उन्हें लाइफ टाइम अचिवमेंट पुरस्कार दिया था। इससे पूर्व 1982 में उन्हें भारत सरकार ने चिकित्सीय क्षेत्र में योगदान देने के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया था।