नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली अनुमंडल अस्पताल में दो हजार नाजायज रकम जब नहीं दिया तब प्रसव कराने वाली एएनएम ने प्रसूता को नवजात देने से इंकार कर दिया। जिसके बाद अनुमंडलीय अस्पताल में काफी हंगामा हुआ। खबर के बाद जब मीडिया कर्मियों ने अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सक से संपर्क साधना शुरू किया तो चिकित्सक ने एएनएम को डांट-फटकार लगाकर प्रसूता को नवजात दिलवाया। मामला रजौली के हरदिया पंचायत के रामदासी गांव की सुशीला देवी की बहू से जुड़ा है।
बताया जाता है कि प्रदीप राजवंशी की गर्भवती पत्नी पूजा देवी अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती हुई थी। रात लगभग साढ़े 12 बजे पूजा का प्रसव हुआ। उसने बच्ची को जन्म दी।
जीएनएम गीता कुमारी व प्रमिला कुमारी द्वारा प्रसव कराया गया। जब प्रसूता जाना चाही तो दोनों एएनएम व आशा रीना देवी ने दो हजार रुपये की मांग की। नहीं देने पर काफी हिल-हुज्जत हुई। इस दौरान प्रसूता रोने लगी। एएनएम दो हजार रुपये की मांग पर अड़ी रही। जबकि महिला का कहना था कि एक हजार रुपये पहले ही दी थी। बात अस्पताल में आग की तरह फैल गई। जानकारी के बाद अस्पताल में मौजूद चिकित्सक सतीश चंद्र सिन्हा ने जीएनएम को डांट-फटकार लगा प्रसूति को उसका बच्चा दिलवाया।
गौरतलब है कि अनुमंडलीय अस्पताल में प्रसव कराने के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं से पदस्थापित जीएनएम द्वारा 2 हजार रुपये की मांग की जाती है। रुपये नहीं देने पर गर्भवती महिलाओं के साथ रूखा व्यवहार किया जाता है। जिससे गर्भवती महिलाएं यहां आना नहीं चाहती हैं।
इस बावत अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. एनके चौधरी ने कहा कि लिखित शिकायत मिली तो मामले की जांच करा दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।