नवादा : नवादा में रोह प्रखंड क्षेत्र के दो चिकित्सकों समेत चार कर्मियों पर सरकारी राशि की हेराफेरी करने की प्राथमिकी दर्ज की गयी है। प्राथमिकी पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर दर्ज हुई है। इनमें से एक को छोड़कर शेष तीन दूसरे प्रखंड में कार्यरत हैं। मामला वर्ष 2012 से 2016 के बीच का बताया जाता है।
आरोप है कि पूर्व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. अशोक कुमार, दंत चिकित्सक डा. दीपक कुमार, लिपिक नीलकमल भारती व बीएचडब्लू शिवेन्द्र सिंह ने मिलकर बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र फर्जी बनाकर निर्गत किया तथा प्रसव महिलाओं की राशि की जमकर हेराफेरी की।
अनैला गांव के यदुनंदन प्रसाद यादव ने 2012 में इससे संबंधित शिकायत तत्कालीन समाहर्ता मनोज कुमार से की थी। शिकायत की जांच बीडीओ अंजनी कुमार ने की थी जिसमें हेराफेरी की पुष्टि के बाद निर्गत प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया गया था।
इसबीच तेल बाबा ने यह आरोप लगाते हुए कि जांच में पुष्टि के बाद भी दोषियों के विरुद्ध किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गयी, एक याचिका पटना उच्च न्यायालय में दायर की। उक्त मामले में उच्च न्यायालय में पुलिस विभाग ने भी अपना पक्ष रखा था। न्यायालय ने एसपी हरि प्रसाथ एस को प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच आरंभ करने तथा दोषी के विरुद्ध कार्रवाई का आदेश निर्गत किया था। आदेश के आलोक में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच आरंभ की गयी है। प्राथमिकी दर्ज होते ही सभी आरोपियों की मुश्किलें बढ गयी हैं। मालूम हो कि नवादा में स्वास्थ्य विभाग में इस प्रकार का फर्जी खेल व्यापक पैमाने पर जारी है जिसकी व्यापक पैमाने पर जांच की आवश्यकता है ।
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