दिव्यांगों से सरकार का क्या है भद्दा मजाक? जानें ट्राईसाइकिल का दर्द?
नवादा : नवादा जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र के 14 दिव्यांगों को जर्जर ट्राईसाइकिल उपलब्ध कराया जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। बुद्धिजीवियों ने इसकी जांच कर पुनः ट्राईसाइकिल उपलब्ध कराने की मांग समाहर्ता से की है। बताया जाता है कि सिरदला प्रखंड क्षेत्र के पन्द्रह पंचायतों की 201 चयनित दिव्यांगों को ट्राईसाइकिल उपलब्ध कराये जाने की योजना बनी थी। सांसद कोष से उपलब्ध कराये जाने वाले उपकरणों के लिये वर्ष 2016 में मुखिया व पंचायत सचिव से सूची की मांग की गयी थी। सूची उपलब्ध भी करायी गयी थी। इनमें से मात्र 14 को ही ट्राईसाइकिल उपलब्ध कराये जाने से शेष दिव्यांगों में निराशा देखी जा रही है।
जो ट्राईसाइकिल उपलब्ध भी कराई गईं हैं, वे काफी जर्जर हैं। किसी का सीट गायब है, तो किसी की चैन। किसी का रीम ही टूटा पङा है। ऐसे में इसकी मरम्मति कराया जाना भी दिव्यांगों के लिए संभव नहीं है। इसकी मरम्मति में ही कम से कम 500 रूपये से अधिक की राशि खर्च हो जाएगी। फिर वितरण का कोई अर्थ रह नहीं जाता है। बुद्धिजीवियों ने इसकी जांच के साथ पुनः ट्राईसाइकिल उपलब्ध कराने की मांग समाहर्ता से की है।
इस बाबत बीडीओ ने बताया कि इसकी खरीद जिला प्रशासन द्वारा करायी गयी है। जैसे उपलब्ध कराया गया है वैसे ही दिव्यांगों को दिया गया है।