पटना/मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर और आसपास के जिलों में महामारी बन चुके दिमागी बुखार यानी एईएस से मरने वाले बच्चों की संख्या डेढ़ सौ के आंकड़े से बस चंद कदम दूर है। इस जानलेवा बुखार ने मंगलवार को 9 तथा बुधवार को अब तक 3 और मासूम बच्चों की जान ले ली। इस तरह अब तक बिहार में इससे मरनेवालों का आंकड़ा बढ़कर 144 हो गया है। कई अन्य जिलों में भी इस बीमारी ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिये हैं। मुजफ्फरपुर, शिवहर, वैशाली और समस्तीपुर के अलावा अब बेगूसराय, बेतिया, सितामढ़ी से भी बच्चों के बीमार पड़ने की खबर आने लगी है।
रोज—रोज नए मरीजों का आना जारी
अकेले मुजफ्फरपुर के दो अस्पतालों में कुल 115 बच्चों की मौत हुई है वहीं 29 मौतें राज्य के अन्य जिलों में हुई हैं। बुधवार की सुबह से ही मुजफ्फरपुर में बच्चों के अस्पताल आने का सिलसिला जारी है। बीमार बच्चों की संख्या 500 का आंकड़ा पार करने वाली है। मुजफ्फरपुर के दो अस्पतालों में 184 बच्चे इलाजरत हैं। मुजफ्फरपुर में 115 बच्चों की मौत, हाजीपुर में 11 बच्चों की मौत, समस्तीपुर और मोतिहारी में 5 बच्चों की मौत, पटना में 1, शिवहर में 2, बेगूसराय में 1, सिवान,बेतिया और भोजपुर में एक—एक बच्चे की मौत की खबर है।
मुजफ्फरपुर के श्री कृष्णा मेडीकल कॉलेज में दिमागी बुखार से अब तक कुल 95 बच्चों की मौत हो चुकी है। वहीं केजरीवाल अस्पताल में 20 बच्चों की इससे जान जा चुकी है। एसकेएमसीएच व केजरीवाल अस्पताल में 39 नये बीमार बच्चों को भर्ती किया गया है। बिहार में पिछले 18 दिनों से जारी बच्चों की मौत के इस तांडव में एईएस के कुल 439 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें अबतक 144 बच्चों की मौत हो चुकी है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग प्रशासन की ओर से शाम में जारी रिपोर्ट के अनुसार मुजफ्फरपुर में मंगलवार को चार बच्चों की ही मौत हुई। विभाग की रिपोर्ट में अबतक 90 मौत की बात कही गई है।