56 प्रकार के निःशुल्क जाँच के साथ तैयार होगा डिजिटल हेल्थ प्रोफ़ाइल
अगले सप्ताह से शुरू होगा मोबाइल बाइक-लबाइक बेस्ड डिजिटल ई- हेल्थ रेकॉर्ड एवं निःशुल्क डाइग्नोस्टिक जाँच
भागलपुर: भाजपा कार्यकर्ता सह भागलपुर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अर्जित शाश्वत चौबे ने देश के प्रत्येक नागरिक का डिजिटल ई- हेल्थ रिकार्ड बनाये जाने के पूर्व होने वाले प्रूफ कांसेप्ट-पीओसी एवं पायलट प्रोजेक्ट को भागलपुर से प्रारम्भ करने का आग्रह केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे से किया था, जिसे उन्होंने स्वीकार करते हुए 3 बी यानी भागलपुर, बक्सर एवं बनारस से एक साथ प्रारम्भ करने का लॉन्चिंग 5 अगस्त को भागलपुर सदर अस्पताल से वर्चुअली किया था।
जिसके अंतर्गत स्वस्थग्राम संस्था जिसमे ऐक्युस्टर टेक्नोलॉजीस एवं ऑलसाल टेक्नोलॉजी ऐंड कंसल्टेंट्स ने अग्रीमेंट कर मोबाइल लैबोरेटरी-लबाइक द्वारा भागलपुर के लोगों को “चिकित्सा-चिकित्सक आपके द्वार” कार्यक्रम के माध्यम से डिजिटल चिकित्सा जाँच (डायगनास्टिक) सुविधा निःशुल्क प्रदान करेगा।
अर्जित ने कहा कि भागलपुर के प्रत्येक मोहल्ले में लबाइक- मोटर साईकल पर स्थापित लैब प्रत्येक व्यक्ति का खून सैम्पल लेकर 56 प्रकार का निःशुल्क जाँच करेगा और उनका रीयल टाइम डिजिटल हेल्थ प्रोफ़ाइल तैयार करेगा।
अर्जित ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार ने देश के प्रत्येक नागरिक का डिजिटल ई-हेल्थ कार्ड बनाने का निर्णय लिया है जिसके अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की घोषणा कर सकते हैं।
इस योजना के माध्यम से भारत के प्रत्येक नागरिक का 4 प्रकार का कार्य सुनिश्चित करना है, जिसमें पतयेक व्यक्ति का हेल्थ आईडी, प्रत्येक व्यक्ति का डिजिटल हेल्थ रेकॉर्ड, चिकित्सकों का रिकार्ड एवं स्वास्थ्य सुविधाओं का डिजिटाइजेशन करना है। साथ ही ई-फार्मेसी और टेलीमेडिसिन के माध्यम से चिकित्सा एवं दवा सुविधा भी जन-जन तक पहुँचानेका लक्ष्य निर्धारित है।
अर्जित ने कहा कि इस व्यापक स्वास्थ्य योजना के द्वारा देश के प्रत्येक नागरिक का स्वास्थ्य प्रबंधन किया जाएगा। इसके माध्यम से व्यक्ति के स्वास्थ्य संबंधित सभी पहलुओं को साफ्टवेअर में अंकित किया जाएगा जिससे किसी भी अस्पताल या चिकित्सक को व्यक्ति के बारे में सभी स्वास्थ्य सम्बंधित जानकारी आईडी को आपरेट करने से मिल जाय तथा चिकित्सक भी अपना परामर्श को साफ्टवेअर में रजिस्टर करेंगे ताकि बाद में कोई भी चिकित्सक या अस्पताल सारी जानकारी प्राप्त कर सके। इस योजना से सभी नागरिकों का हेल्थ इवैलुएशन एवं चिकित्सा के लिए कारगर कदम उठाए जा सकेंगे।
अर्जित ने कहा कि इस पायलट काटी के लिए आईसीएमआर नई दिल्ली ने दिशानिर्देश एवं फंड स्वीकृत कर दिया है। देश में इस योजना के क्रियान्वयन प्रारम्भ करने में भागलपुर से प्रारम्भ किये गए पायलट पीओसी का काफी लाभ मिलेगा और भागलपुर का डिजिटल ई-हेल्थ रिकार्ड देश में सबसे पहले बन जाएगा। अगले सप्ताह मोबाइल लबाइक भागलपुर पहुँच रहा है जिसे जल्द सभी वार्डों में सभी लोगों का हेल्थ डाटा एवं खून जाँच के लिए हरी झंडी दिखाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के सभी फील्ड ऑपरेशन एवं डिजिटाइजेशन अर्जित के निर्देशन में प्रारम्भ होगा।