डायबिटीज से जंग के लिए मगध महिला की छात्राओं ने बनाई मानव श्रृंखला

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  • छात्राओं ने बनाई मानव श्रृंखला
  • आशा फाउंडेशन के द्वारा किया गया आयोजन

पटना : पिछले कुछ वर्षों से भारत डायबिटीज विस्फोट की ओर बढ़ रहा है, वर्तमान में भारत में 12 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित है। डब्ल्यूएचओ के अनुमान के अनुसार भारत में 2025 तक इस बीमारी के पीड़ितो की संख्या में 64 प्रतिशत  तक की वृद्धि हो जाएगी और 2030 तक यह मौत का सातवां सबसे बड़ा कारण बन जाएगा।

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जागरूकता एवं उचित उपायों से इसे जानलेवा स्थिति तक पहुंचने से रोका जा सकता है। आज जीडीएम महिलाओं में तेजी से फैल रहा है। जिसे जेस्टेशनल डायबिटीज कहते हैं, गर्भधारण के दौरान अनियमित खाने-पीने से बीमारी तेजी से महिलाओं में फैल रही है। गर्भावस्था में डायबिटीज को न रोका गया तो पैदा होने वाले बच्चे पर प्रभाव डालता है। उक्त बाते आशा फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शहर के मशहूर स्त्री रोग विशेषज्ञ शांति राय ने कही।

महिलाओं में बढ़ते डायबिटीज को रोकने एवं उन्हें जागरूक करने के लिए आशा फाउंडेशन ने इस अभियान के तहत मानव श्रृंखला का निर्माण किया। इस मानव श्रृंखला में हजारों छात्राओं के साथ शहर के गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए।  इस मौके पर पुरुषोत्तम सिंह ने कहा कि महिलाओं को डायबिटीज के प्रति जागरूक करने की जरुरत है। डायबिटीज से लड़ाई के खिलाफ सभी को एकजुट होने की जरुरत है। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्राचार्य आशा शर्मा, विनय कुमार, रौशन कुमार एवं संजीव कर्ण की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

प्रभात रंजन शाही 

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